पटना के एनएमसीएच में अब नहीं चलेगी डाक्टरों और नर्सों की मनमानी, खुफिया कैमरे से रखी जा रही नजर
एनएमसीएच में आते-जाते डाक्टरों व नर्सों की खुफिया कैमरे से बनेगी उपस्थिति कर्मियों के चेहरे की कई एंगल से ली गई तस्वीर आज और कल भी खींचा जाएगा फोटो अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार पर लगाया जा रहा कैमरा राज्य स्वास्थ्य समिति की रहेगी नजर

जागरण संवाददाता, पटना सिटी। पटना के बड़े सरकारी अस्पतालों में शुमार नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल में डाक्टरों और परिचारिकाओं (नर्स) की उपस्थिति समय से और समय तक सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सख्त कदम उठाया है। अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार पर खुफिया कैमरे लगाए जा रहे हैं। डाक्टर व नर्स के अस्पताल में प्रवेश करते तथा निकलते समय यह कैमरा उनकी तस्वीर खींच कर स्वत: फोटो अटेंडेंस बना देगा। इस नई व्यवस्था को लागू करने के लिए बुधवार को अस्पताल में डाक्टरों एवं नर्सों के चेहरे की विभिन्न एंगल से फोटोग्राफी की गई।
अस्पताल में कई डाक्टरों एवं नर्सों के समय पर नहीं आने तथा निर्धारित समय तक उपस्थित नहीं रहने की विभाग को लंबे समय से लगातार मिल रही जानकारी के बाद यह नई व्यवस्था लागू की जा रही है। अधीक्षक द्वारा निरीक्षण में विभाग के कई डाक्टर व नर्स के कई दिनों से अस्पताल नहीं आने और उपस्थिति बनी रहने की बात सामने आ चुकी है। इन कैमरों से डाक्टरों के हाजिरी बनाकर निकल जाने की प्रवृत्ति पर भी अंकुश लगेगा।
अधीक्षक प्रो. डा. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि एनएमसीएच में लगभग 350 डाक्टर और 435 परिचारिकाएं कार्यरत हैं। इन सभी के लिए फोटो एटेंडेंस की व्यवस्था जल्द लागू हो जाएगी। इसके लिए बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कारपोरेशन लिमिटेड यानी बीएमएसआइसीएल द्वारा यह नई व्यवस्था लागू की जा रही है। इसके लिए डाक्टरों एवं नर्सों की फोटोग्राफी गुरुवार और शुक्रवार को भी होगी।
विभिन्न एंगल से खींचे जा रहे फोटो को साफ्टवेयर में अपलोड किया जाएगा। अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार से भीड़ के बीच से भी आने-जाने के दौरान सेंसर अपलोड फोटो से डाक्टर व नर्स को चिह्नित कर सिस्टम में उनकी उपस्थिति दर्ज कर लेगा। अस्पताल में उपस्थिति के लिए लगी बायोमेट्रिक सिस्टम विफल साबित हुई है। अधिसंख्य मशीन सालों से खराब पड़ी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।