Nitish Kumar: 'अब तो बेटा भी...', तेजस्वी यादव पर फिर भड़के नीतीश कुमार; पूछा- उनका क्या लेना-देना है?
नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव और लालू यादव पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने रैली में भीड़ से यह पूछा कि 15 साल तक सत्ता में रहे पति-पत्नी ने क्या किया? शाम में कोई अपने घर से निकल पाता था क्या? भीड़ ने तुरंत प्रत्युत्तर किया -नहीं। वहीं तेजस्वी पर कटाक्ष किया कि अब तो बेटा भी बोलने लगा है कि हमने क्या किया।
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को सड़क मार्ग से ढाई घंटे की यात्रा कर अपनी पहली चुनावी सभा में वारिसलीगंज के समीप माफी गढ़पर पहुंचे। भाजपा प्रत्याशी विवेक ठाकुर के लिए लोगों से जीत का वादा लिया। चुनावी सभा में मौजूद युवाओं से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि हमलोग नहीं आते तो कोई आगे नहीं बढ़ते, घर में सोए रहते।
अपने संबोधन में उन्होंने बार-बार यह दोहराया कि हमारे काम को भूलिएगा नहीं। यह आगाह किया कि महागठबंधन वालों से आपका काम नहीं होगा। हम विकास करते रहेंगे, छोड़ेंगे नहीं।
निशाने पर रहा पति-पत्नी राज
मु्ख्यमंत्री ने माफी गढ़पर की चुनावी सभा से आने वाली सभाओं के लिए यह ट्रेंड सेट कर दिया कि किस मुद्दे पर वोटरों के साथ उनकी बात आगे बढ़ेगी। लालू-राबड़ी के 15 वर्षों के शासन पर उन्होंने अपने संबोधन के आरंभ में ही खुद को केंद्रित किया। उन्होंने भीड़ से यह पूछा कि 15 साल तक सत्ता में रहे पति-पत्नी ने क्या किया? शाम में कोई अपने घर से निकल पाता था क्या? भीड़ ने तुरंत प्रत्युत्तर किया -नहीं।
सड़क की भी बात की और कहा कि अपने क्षेत्र में भी लोग पैदल ही चलते थे। तेजस्वी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा- अब बेटा भी बोल देता है कि हमने क्या किया? उसका क्या लेना-देना है?
अस्पताल और शिक्षा के क्षेत्र में हुए काम पर भी बात
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में हुए अपने काम पर भी बात की। उन्होंने यह आंकड़ा दिया कि पहले सरकारी अस्पतालों में एक दिन में एक या दो लोग ही पहुंचते थे। लड़कियां स्कूल आए इसके लिए पोशाक और साइकिल योजना शुरू की। इस क्षेत्र में हुए काम को भूलना नहीं है। महिलाओं को पंचायती राज व नगर निकायों में 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया जिसे बाद में दूसरे राज्यों ने भी अपनाया।
परिवारवाद पर भी बोले
मुख्यमंत्री ने लालू प्रसाद के परिवारवाद पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वहां तो पति-पत्नी और बेटा को ही टिकट बंट रहा। इस चीज को भी याद रखिए। वे लोग कमाने की कोशिश करते रहते हैं। हमारे बारे में पूछ लीजिए, किसी से एक पैसा नहीं लिया है।
नौकरियों के आंकड़े भी गिनाए
नौकरियों के आंकड़े भी मुख्यमंत्री ने गिनाए। 2006 से 2020 तक आठ लाख लोगों को नौकरी मिली। वर्ष 2020 में घोषित किया कि 10 लाख लोगों को नौकरी देंगे। चार लाख लोगों को नौकरी मिल चुकी। एक लाख का मामला प्रक्रिया में है। भीड़ से उन्होंने यह पूछा कि 1990 से 2025 के बीच नौकरी मिलती थी क्या?
मुस्लिम समाज के लिए किए गए काम पर भी कहा
मुख्यमंत्री ने मंच से अल्पसंख्यक समाज से जुड़े मसले पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा- मैंने हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा नहीं होने दिया। भाजपा के साथ रहकर मुस्लिमों के हक में काम किया। तो क्या वोट उन्हीं को (महागठबंधन) को दे दीजिएगा?
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