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    Bihar Politics: 50 लाख रोजगार देगी नीतीश सरकार, बिहार में प्रमंडल स्तर पर होने जा रहा नया काम

    Updated: Tue, 25 Mar 2025 07:12 PM (IST)

    बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने विधान परिषद में घोषणा की कि राज्य सरकार का अगला लक्ष्य 50 लाख लोगों को रोजगार देना है। उन्होंने बताया कि राजद सरकार में 1990 से 2005 के बीच महज 94 हजार रोजगार दिए गए जबकि एनडीए सरकार ने 2005 से 2020 तक साढ़े सात लाख और 2020 से अब तक दस लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी है।

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    बिहार में 50 लाख रोजगार देगी नीतीश सरकार

    राज्य ब्यूरो, पटना। विधान परिषद में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार का अगला लक्ष्य 50 लाख लोगों को रोजगार देना है। राजद सरकार में 1990 से 2005 के बीच महज 94 हजार रोजगार दिए गए।

    वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने वर्ष 2005 से 2020 तक साढ़े सात लाख और 2020 से अब तक दस लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी है।

    विनियोग विधेयक बजट पर सरकार का पक्ष रखते हुए सम्राट ने बताया कि राज्य में प्रमंडल स्तर पर खेल गांव का निर्माण किया जाएगा। सात हजार पंचायतों में मैदान का निर्माण किया जा रहा है।

    पंचायतों में स्पोर्ट्स क्लब का गठन किया और खेल सामग्री भी दी जाएगी। इसके साथ ही प्रखंडों में 350 डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे। सरकारी डेटा और वेबसाइट की सुरक्षा के लिए डेटा डिजास्टर रिकवरी सेंटर बनाया जाएगा।

    बिहार को मिला 7.80 लाख पीएम आवास

    उपमुख्यमंत्री सम्राट ने कहा कि एनडीए सरकार में हर क्षेत्र में काम हुआ है। वर्ष 2005 में राज्य की 54.4 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से नीचे थी मगर अब महज 33 प्रतिशत लोग ही गरीबी रेखा के नीचे हैं।

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    उस समय स्कूलों में ड्राप आउट का प्रतिशत 60 था जो अब घटकर 20 प्रतिशत के आसपास रह गया है। यूपीए सरकार में बिहार को केंद्र से दो लाख 79 हजार करोड़ की मदद मिली थी।

    वहीं वर्ष 2014 से अब तक केंद्र सरकार ने साढ़े 13 लाख करोड़ की मदद की है। पहले राज्य को दो लाख 45 हजार प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति मिली थी मगर मुख्यमंत्री के आग्रह के बाद अब सात लाख 80 हजार पीएम आवास बिहार को मिलेगा।

    लालू ने कभी नहीं पूछा- क्या काम हो रहा है

    सम्राट चौधरी ने कहा कि उन्होंने लालू प्रसाद के साथ भी काम किया है। वह मंत्री से कभी नहीं पूछते थे कि क्या काम हो रहा है, मगर नीतीश कुमार के राज में रोज पूछा जाता है कि क्या काम किए हैं, कौन सा काम हो रहा है।

    2005 में एनडीए को खटारा बिहार मिला था मगर आज गली-गली में मर्सडीज घूमने वाला बिहार बन गया है। विपक्ष की टीका-टिप्पणी का जवाब देते हुए सम्राट ने कहा कि कीचड़ फेकेंगे तभी तो कमल खिलेगा।

    जिस पार्टी के नेता नौकरी और विधायक का टिकट देने के लिए जमीन लिखवाते हैं, उनके बारे में क्या कहा जाए। उन्होंने बताया कि बिहार में आजादी के पहले और उसके बाद भी मेडिकल कॉलेज खुले मगर 1980 से 2005 तक एक भी मेडिकल कालेज नहीं खुला।

    वर्ष 2008 के बाद बेतिया, पावापुरी, पूर्णिया, मधेपुरा, समस्तीपुर, छपरा समेत कई जिलों में मेडिकल कालेज खोला गया है।

    विपक्ष से बोले सीएम, आपलोगों ने कोई काम नहीं किया

    • विधान परिषद में सम्राट चौधरी के बयान के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हस्तक्षेप करते हुए विपक्षी सदस्यों की टीका-टिप्पणी का जवाब दिया।
    • सीएम ने सवालिया लहजे में पूछा- आपलोग कोई काम किए हैं? आपलोग के जाने के बाद से ही तो काम हो रहा है। पहले शाम में कोई घर से बाहर नहीं निकलता था। रास्ता नहीं था आने-जाने का।
    • उन्होंने सम्राट चौधरी से कहा कि पूरी बात ठीक से बताइए। सम्राट चौधरी के भाषण के अंतिम चरण में विपक्षी सदस्य सदन से बाहर चले गए। इसके बाद सदन ने सर्वसम्मति से विनियोग विधेयक को स्वीकृति दे दी।

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