बिहार पर्यटन विभाग के बैंक खाते से 9.80 लाख की धोखाधड़ी, ढाई महीने बाद भी अंधेर में पटना पुलिस
Bihar Crime बिहार पर्यटन विभाग के बैंक खाते से 9.80 लाख की धोखाधड़ी के ढाई महीने बीत चुके हैं। इसके बाद भी अपराधी पकड़ से बाहर हैं और पुलिस अंधेर में तीर मार रही है। क्या है मामला जानिए।

पटना, जागरण संवाददाता। Bihar Crime पर्यटन विभाग (Department of Tourism) के खाते से लाखों की धोखाधड़ी (Fraud) मामले का ढाई महीना से ज्यादा बीत जाने के बावजूद अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। किसी ने क्लोन चेक (Clone Cheque) से पर्यटन विभाग के खाते से 9.80 लाख की हेराफेरी कर ली थी। यह राशि रांची के बरियातू स्थित एक बैंक में स्थानांतरित की गई थी। पुलिस छानबीन में पता चला है कि उक्त खाता फर्जी दस्तावेज पर खुलवाया गया था। लिहाजा स्थानीय स्तर पर जांच के बाद ही आरोपित को दबोचा जा सकता है। इसकी जांच के लिए पटना पुलिस की एक टीम को रांची जाने वाले थी। लेकिन इस बारे में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के फिलहाल आदेश का इंतजार है ।
पर्यटन विभाग के बैंक खाते से 9.80 लाख की धोखाधड़ी
गत एक जून को पर्यटन विभाग के खाते से 9.80 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर ली गई थी। विभाग का बोरिंग रोड स्थित बैंक आफ बड़ौदा की शाखा में खाता है। रुपये का स्थानांतरण क्लोन चेक से किया गया था।
एफआइआर दर्ज, अभी तक अंधेरे में तीर मार रही पुलिस
इस संबंध में पर्यटन विभाग की सहायक निदेशक लीना कुमारी की शिकायत पर एसके पुरी थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस छानबीन में पता चला है कि बड़ी राशि की लेन-देन पर चेक भुनाने से पहले बैंक अधिकारी संबंधित बैंक खाता धारक से बात करते हैं। इस मामले में भी बैंक से संबंधित नंबर पर फोन किया गया था। फोन करने पर दूसरी ओर से चेक को क्लियर करने की बात कही गई थी। कर्मियों की मिलीभगत होने की आशंका पर पुलिस ने पर्यटन विभाग की लेखा शाखा के उन कर्मियों से पूछताछ की थी, जिनके नंबर बैंक में दिए गए थे। लेकिन धोखाधड़ी में किसने संलिप्तता है, इसका पता नहीं चल सका है।
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