बिहार में वायु प्रदूषण पर लगेगी लगाम, 46 प्रखंडों में नए प्रदूषण जांच केंद्र होंगे स्थापित
बिहार राज्य के 46 प्रखंडों में नए प्रदूषण जांच केंद्र खोले गए हैं। परिवहन विभाग द्वारा सभी प्रखंडों में पीयूसी स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन योजना चलाई जा रही है। इसके अंतर्गत 46 प्रखंडों को 1 करोड़ 5 लाख से अधिक की अनुदान राशि दी गई है। सबसे अधिक केंद्र भभुआ में खुले हैं। राज्य में कुल 1553 पीयूसी संचालित हैं।

राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। राज्य के 46 प्रखंडों में नए प्रदूषण जांच केंद्र स्थापित किए गए हैं। परिवहन विभाग प्रदेश के सभी प्रखंडों में प्रदेश प्रदूषण जांच केन्द्र (पीयूसी) स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन योजना चला रहा है।
विभाग के अनुसार, प्रदेश के 132 प्रखंडों में प्रदूषण जांच केंद्र नहीं थे। इन प्रखंडों में केंद्र स्थापित करने के लिए अबतक 46 प्रखंडों को कुल 1 करोड़ 5 लाख 72 हजार 576 रुपये की अनुदान राशि दी गई है।
योजना के अंतर्गत सबसे अधिक पांच पीयूसी केंद्र भभुआ में खोले गए हैं। वहीं बांका और मधुबनी में चार-चार, दरभंगा, गया, जहानाबाद और कटिहार में तीन-तीन जबकि मधेपुरा, मधुबनी, नालंदा, नवादा, रोहतास, सहरसा, शेखपुरा एवं सिवान में दो-दो केंद्र खोले गए हैं।
समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, छपरा और अरवल जिले में एक-एक केंद्र स्थापित करने के लिए अनुदान राशि दी गई है।
राज्य में कुल 1553 पीयूसी संचालित
विभाग के अनुसार, राज्य में कुल 1553 पीयूसी संचालित हैं। इनमें सबसे अधिक पटना में 264 केंद्र, मुजफ्फरपुर में 81, गया में 76, वैशाली में 74, छपरा में 66 और समस्तीपुर जिले में 62 केंद्र हैं।
इन केंद्रों पर अधिक से अधिक वाहनों की प्रदूषण की जांच सुनिश्चित की जा रही है। योजना के तहत प्रदूषण जांच उपरकणों की खरीद पर 50 प्रतिशत या अधिकतम तीन लाख रुपये प्रोत्साहन राशि अनुदान के रूप में दी जा रही है, जिससे प्रखंड स्तर पर रोजगार के अवसर बन रहे हैं।
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