चिराग पासवान पर कड़वी बातों से परहेज कर रहा NDA, चुनाव से पहले बढ़ेगी सियासी रस्साकशी?
लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान पर एनडीए के नेता फिलहाल कोई कड़ी टिप्पणी करने से बच रहे हैं। चिराग के समर्थन में नारे लगने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने इसे सामान्य बताया। जीतन राम मांझी ने भी नरम रुख अपनाया और चिराग पासवान को उचित सीटें देने की बात कही। पहले चिराग ने नीतीश सरकार की आलोचना की थी लेकिन डोमिसाइल नीति की प्रशंसा की थी।

राज्य ब्यूरो, पटना। लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के किसी भी तीखे वक्तव्य पर फिलहाल किसी भी तरह की कड़वी टिप्पणी से परहेज कर रहे एनडीए के बड़े नेता। चिराग से जुड़ी किसी भी बातों पर एनडीए के बड़े नेता उसकी सकारात्मक व्याख्या कर रहे।
पिछले दिनों लोजपा (रामविलास) के एक कार्यक्रम में यह नारा खूब गूंजा कि बिहार का नेता कैसा हो, चिराग पासवान जैसा हो। एनडीए के लिए यह असहज करने वाली स्थिति थी क्योंकि एनडीए के तमाम नेता व सम्मेलनों में यह बात चलती रही है कि चेहरा तो नीतीश कुमार का ही होगा।
चिराग के पक्ष में इस तरह के नारे पर जब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चिराग पासवान राष्ट्रीय स्तर के सुलझे हुए नेता है। होता यह है कि राजनीतिक दल के आयोजनों में पार्टी के कार्यकर्ता अपने नेता का उत्साह बढ़ाने के लिए इस तरह का नारा लगाते हैं। इसलिए यह बड़ी बात नहीं। जिस समय दिलीप जायसवाल से चिराग पासवान के बारे में यह प्रश्न किया गया उस समय जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा भी वहां बैठे थे। उन्होंने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
आम तौर पर चिराग के कड़वे बयानों पर हम के संरक्षक व केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी कड़क टिप्पणी करते रहे हैं पर उन्होंने भी नरम रूख अपनाया है। उन्हाेंने कहा कि चिराग पासवान के दल को ठीक-ठाक सीट देकर उन्हें संतुष्ट किया जाएगा।
पटना में उद्यमी की हत्या के बाद चिराग ने नीतीश सरकार के खिलाफ कड़वी टिप्पणी कई बार सार्वजनिक जगहों पर की थी। इसके बाद एनडीए के घटक दल ने ही चिराग को घेरा था। इसके बाद जब राज्य सरकार ने बिहार की नौकरियों के लिए डोमिसाइल नीति की घोषणा की तब चिराग ने इसकी खुलकर तारीफ की।
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