Bihar Police: फेमस IPS ऑफिसर की बिहार पुलिस में हुई एंट्री, अमित लोढ़ा को इस विभाग में मिली बड़ी जिम्मेदारी
बिहार कैडर के चर्चित आईपीएस अधिकारी नैय्यर हसनैन खान को फिर से आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) का अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) बनाया गया है। वह पिछले साल सितंबर में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने से पूर्व भी ईओयू के एडीजी के रूप में सेवा दे रहे थे। वहीं आईपीएस अधिकारी परेश सक्सेना को असैनिक सुरक्षा के एडीजी सह अपर आयुक्त की जिम्मेदारी दी गई है।

राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद चर्चित आईपीएस अधिकारी नैय्यर हसनैन खान और परेश सक्सेना को गृह विभाग ने पोस्टिंग दे दी है।
नैय्यर हसनैन खान को फिर से आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) का अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) बनाया गया है। वह पिछले साल सितंबर में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने से पूर्व भी ईओयू के एडीजी के रूप में सेवा दे रहे थे।
इसके अलावा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी परेश सक्सेना को असैनिक सुरक्षा के एडीजी सह अपर आयुक्त की जिम्मेदारी दी गई है। वह असैनिक सुरक्षा के महानिदेशक सह आयुक्त के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे।
बिहार पुलिस में एडीजी के पद पर अमित लोढ़ा को पदोन्नति
वहीं, हाल ही में आईजी से एडीजी में प्रोन्नति पाए अमित लोढ़ा को राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो (एससीआरबी) का एडीजी बनाया गया है। वह एससीआरबी में ही आईजी के पद पर थे। गृह विभाग ने शनिवार को इससे जुड़ी अधिसूचना जारी कर दी है।
नए पदस्थापन के बाद दो वरीय आईपीएस अधिकारी अतिरिक्त प्रभार से मुक्त हो गए हैं। निगरानी के डीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के पास असैनिक सुरक्षा जबकि विशेष शाखाोक एडीजी सुनील कुमार के पास ईओयू की जिम्मेदारी अतिरिक्त प्रभार में थी।
राज्यपाल से भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु पदाधिकारियों ने की मुलाकात
वहीं, दूसरी ओर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां से वर्ष 2023 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के बिहार संवर्ग के प्रशिक्षु पदाधिकारियों ने राजभवन आकर मुलाकात की।
इस अवसर पर राज्यपाल ने अधिकारियों से कहा कि वे अपने काम से प्रेम करें तथा आम जनता से मधुर और सम्मानजनक व्यवहार करें।
उन्होंने उन्हें सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत मांगी जाने वाली सूचनाओं से असहज नहीं होने की सलाह देते हुए कहा कि जनता जागरूक हो रही है और यह लोकतंत्र के लिए अच्छा है
राज्यपाल ने कहा कि बिहार देश की धार्मिक, सांस्कृतिक और बौद्धिक राजधानी रही है। यहां के लोग काफी मेधावी और परिश्रमी हैं तथा देश के आर्थिक और प्रशासनिक व्यवस्था में उनका महत्वपूर्ण योगदान है।
उन्होंने केरल की अनेक विशेषताओं का भी उल्लेख किया, जहां वे बिहार से पहले राज्यपाल थे। प्रशिक्षु पदाधिकारियों ने भी जिला एवं प्रखंड में प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त अपने अनुभवों को राज्यपाल के साथ साझा किया।
प्रशिक्षु पदाधिकारियों में गरिमा लोहिया, तुषार कुमार, अनिरूद्ध पाण्डेय, कृतिका मिश्रा, आकांक्षा आनंद, प्रद्युम्न सिंह यादव, अंजली शर्मा, रोहित कर्दम, शिप्रा विजयकुमार चौधरी एवं नेहा कुमारी शामिल थीं।
इस अवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव राबर्ट एल. चोंग्थू एवं बिपार्ड के अपर महानिदेशक विनोद सिंह गुंजियाल और अन्य लोग उपस्थित थे।
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