औरंगाबाद में नक्सलियों ने मोबाइल टावर उड़ाया, बिहार में हाई अलर्ट; रेलवे ने बढ़ाई सुरक्षा
नक्सलियों ने बिहार-झारखंड समेत चार राज्यों में तीन दिनों के बंद का एलान किया है। बंदी सोमवार की रात 12 बजे से शुरू होकर 25 की रात 12 बजे तक रहेगी। इसे लेकर रेलवे ने प्रदेश में अलर्ट जारी किया है।
जागरण संवाददाता, पटना : नक्सलियों ने बिहार-झारखंड समेत चार राज्यों में तीन दिनों के बंद का एलान किया है। बंदी सोमवार की रात 12 बजे से शुरू होकर 25 की रात 12 बजे तक रहेगी। इसे लेकर रेलवे ने प्रदेश में अलर्ट जारी किया है। नक्सल इलाकों में विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है। इस बीच सोमवार की रात भाकपा माओवादी के हथियारबंद नक्सलियों ने मदनपुर थाना क्षेत्र के जुड़ाही गांव में आइइडी विस्फोट कर मोबाइल टावर और पंचायत भवन को उड़ा दिया है। इसके बाद नक्सलियों ने भारत बंद के समर्थन में नारेबाजी की। बता दें कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में समूह में ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। आगे लाइट और पीछे दूसरा इंजन चलेगा, जिस पर आरपीएफ के सुरक्षाकर्मी हथियारों से लैस रहेंगे। इसके पीछे ट्रेनों को एक-एक कर निकाला जाएगा। गति सीमा 130 से घटाकर 75 किमी प्रतिघंटा कर दी गई है।
पूर्व मध्य रेल के मुख्य जन संपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि रेलवे का इंजीनियरिंग डिवीजन, आरपीएफ व जीआरपी की टीम आपस में समन्वय बनाकर ट्रेनों का परिचालन करेंगी। वरीय अधिकारी नजर रख रहे हैं। सभी प्रमुख स्टेशनों पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। रात के वक्त भी सतर्कता बरतते हुए नक्सल प्रभावित इलाकों में ट्रेनों और मालगाड़ियों का परिचालन किया जाएगा।
बिहार-झारखंड में अधिकांश नक्सल प्रभावित इलाका पूर्व मध्य रेलवे के क्षेत्र में ही आता है। दानापुर मंडल में किउल-झाझा का सेक्शन, गया-गोमो रेलखंड, डीडीयू में गया-सासाराम का सेक्शन और धनबाद डिवीजन का इलाका नक्सल प्रभावित है। इन इलाकों में विशेष चौकसी बरतने को एडवाइजरी जारी की गई है। शाम सात से अगले दिन की सुबह छह बजे तक नक्सल प्रभावित इलाकों पर खास ध्यान दिया जा रहा है। इंटेलीजेंस इनपुट एजेंसियों के साथ लगातार शेयर किया जा रहा है। रात में रेलवे ट्रैकों की निगरानी के लिए गैंगमैन और आरपीएफ की गश्ती को बढ़ा दिया गया है। इस संबंध में पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य सुरक्षा आयुक्त एस मयंक ने कहा कि एडवाइजरी जारी की गई है। सभी एजेंसियां आपस में तालमेल के साथ काम कर रही हैं। झाझा और ग्रैंड कार्ड लाइन पर फोकस किया जा रहा है। ग्रैंडकार्ड लाइन का बड़ा हिस्सा झारखंड में है। वहां भी हर डिवीजन स्तर पर चौकसी बरती जा रही है।