Budget 2025: बजट को लेकर निराश हुए अखिलेश, खल गई एक बात; उधर मुकेश सहनी ने भी दे दी कड़ी प्रतिक्रिया
बिहार कांग्रेस ने आम बजट 2025 की आलोचना करते हुए इसे बिहार के लिए निराशाजनक बताया है। कांग्रेस का कहना है कि बजट में बिहार की मूलभूत मांगों को दरकिनार किया गया है। किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ और बेरोजगारों के लिए भी कोई ठोस प्रावधान नहीं है। शिक्षा का बजट भी लगातार कम किया जा रहा है।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार कांग्रेस ने आम बजट की आलोचना करते हुए इसे बिहार के लिए चवन्नी बजट की संज्ञा दी है।
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार पिछले लोकलुभावन बजट में हुई घोषणाओं को ही लागू नहीं कर पाई और फिर से नई घोषणाएं करके तारीफ लेने की कवायद में लगी है। यह बजट युवा, बेरोजगार, किसान, मजदूरों के हित और बिहार की मूलभूत मांगों को दरकिनार करने वाला रहा है।
उन्होंने कहा कि 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बजाय, 55 प्रतिशत किसान कर्ज के बोझ तले हैं और 2014 से अब तक एक लाख से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं।
उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी द्वारा सौंपे गए 32 पन्ने के ज्ञापन में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से उत्तर बिहार में बाढ़ प्रबंधन, दरभंगा हवाई अड्डे का अपडेट, राजगीर और भागलपुर में नए हवाई अड्डे और रक्सौल हवाई अड्डे के लिए 13,000 करोड़ रुपये की सहायता मांगी गई थी।
अखिलेश सिंह ने आगे कहा कि इस पर किस बिंदु को बजट में शामिल किया गया। पटना आईआईटी में सीट बढ़ोतरी की घोषणा पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा का बजट प्रतिशत लगातार कम किया जा रहा है।
आईआईटी मुंबई के 36 प्रतिशत छात्रों को 2024 में नौकरी नहीं मिली। ऐसे में सीट बढ़ोतरी से बेहतर रोजगार देने में बढ़ोतरी करने का काम सरकार करें।
बिहार के लिए इस बजट को चुनावी घोषणा का रूप दिया गया लेकिन जनता को इस बजट से कोई सीधा लाभ नहीं मिल रहा है।
मुकेश सहनी ने क्या कहा?
विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने केंद्रीय बजट को पूरी तरह असंतोषजनक और निराशावादी बताते हुए कहा कि इस बजट ने बिहार के लोगों को एक बार फिर निराश किया है।
आम बजट में आमजनों, गरीबों और किसानों के लिए कुछ नहीं कहा गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत सभी दल बिहार को विशेष राज्य के दर्जे और विशेष पैकेज की मांग करते रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि इस बजट में इसकी चर्चा तक नहीं की गई है।
बिहार को मिली नई योजनाओं के सवाल पर पूर्व मंत्री ने कहा कि पहले भी ऐसे ही बिहार के लोगों को ठगने के लिए योजनाएं दी गई थीं, लेकिन उन योजनाओं में कितनी पूरी हुई, यह भी एक बड़ा सवाल है। यह बजट बिहार को और पीछे ले जाएगा।
बजट में बिहार के लिए विशेष पैकज की घोषणा नदारद : श्रवण अग्रवाल
- राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने केंद्रीय बजट को बिहार के लिए छलावा बताया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बजटमें बिहार के लिए विशेष पैकेज देने की घोषणा नहीं की गई।
- आर्थिक पैकेज नहीं देकर बिहार को ठगने का काम किया गया है। बिहार के लिए जो भी घोषणा हुई, वह पहले से ही प्रस्तावित है। जैसे, पटना एयरपोर्ट का विस्तार और मखाना उद्योग का प्रोत्साहन आदि। \
- बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस बजट में जो भी घोषणाएं की गई, इससे बिहार के आम लोगों को कोई लाभ नहीं होगा।
- उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतिश कुमार और जदयू के विशेष राज्य के दर्जे की मांग को मोदी सरकार ने दरकार किया।
- बिहार में रोजगार के अवसर को बढ़ाने के लिए भी कोई योजना नहीं दिखी, निम्न मध्यम वर्गीय गरीबों और किसानों को बजट में कुछ भी नहीं मिला।
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