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Monsoon Latest Update 2024: मानसून को लेकर आया बड़ा अपडेट, ला-नीना के प्रभाव से अच्छी वर्षा के आसार

Monsoon 2024 Update प्रदेश में मानसून को लेकर इंतजार पांच से छह दिनों में समाप्त होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक एसएन थूल ने मौसमी विश्लेषण के आधार पर बताया है कि मानसून का प्रदेश में 15 जून तक आने की संभावना है। मानसून पूर्णिया किशनगंज के रास्ते पूरे प्रदेश में प्रवेश करेगा। इस बार ला-नीना का प्रभाव से अच्छी वर्षा की संभावना है।

By prabhat ranjan Edited By: Rajat Mourya Mon, 10 Jun 2024 06:22 PM (IST)
Monsoon Latest Update 2024: मानसून को लेकर आया बड़ा अपडेट, ला-नीना के प्रभाव से अच्छी वर्षा के आसार
मानसून को लेकर आया बड़ा अपडेट, ला-नीना के प्रभाव से अच्छी वर्षा के आसार (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी समेत प्रदेश में भीषण गर्मी व लू से राहत देने वाला मानसून बंगाल की खाड़ी में ठहरा हुआ है। बंगाल के इस्लामपुर में मानसून 31 मई से ठहरा है। हालांकि, चार से पांच दिनों के दौरान बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने के आसार है। इसके प्रभाव से मानसून आगे की ओर बढ़ेगा।

प्रदेश में मानसून को लेकर इंतजार पांच से छह दिनों में समाप्त होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक एसएन थूल ने मौसमी विश्लेषण के आधार पर बताया है कि मानसून का प्रदेश में 15 जून तक आने की संभावना है। मानसून पूर्णिया, किशनगंज के रास्ते पूरे प्रदेश में प्रवेश करेगा।

इस बार ला-नीना का प्रभाव से अच्छी वर्षा की संभावना है। मौसम विज्ञानी के अनुसार समय से पहले और देर से प्रदेश में मानसून का प्रवेश होने से वर्षा में कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ता है। जून से सितंबर के बीच किसी माह में औसत से अधिक वर्षा होती है।

प्रर्याप्त वर्षा को लेकर बंगाल की खाड़ी दबाव का होना, हवा का प्रभाव, ट्रफ एरिया का विकसित होना समेत अन्य भौगोलिक कारक होते हैं। इन चीजों में कमी आने पर वर्षा के अनुपात में कमी आती है।

1 जून से 30 सितंबर तक मानसून सीजन

भारतीय मौसम विज्ञान के अनुसार देश में एक जून से 30 सितंबर मानसून सीजन माना जाता है। मौसम विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार बीते 22 वर्षों के दौरान 2006 में मानसून निर्धारित समय से काफी पहले छह जून को प्रदेश में प्रवेश किया था।

इसके बावजूद प्रदेश में 913 मिमी कुल वर्षा दर्ज की गई थी जो सामान्य से 11 फीसद कम रहा था। वहीं, 2009 में 29 जून को मानसून प्रवेश किया था। मानसून के दौरान प्रदेश में 752 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी जो सामान्य से 27 फीसद कम रहा था। वहीं 2020 में मानसून निर्धारित समय पर 13 जून को प्रदेश में आया था।

इस दौरान सामान्य से 25 फीसद अधिक वर्षा 1272.5 मिमी दर्ज किया गया था। बीते 10 वर्षों के दौरान 2019, 2020, 2021 में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई। जबकि 2022 और 2023 में सामान्य से कम वर्षा हुई थी।

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