'चार हत्याएं कर चुके, पांचवीं भी कर देंगे' धमकी से छात्राओं ने स्कूल छोड़ा, फुलवारीशरीफ हाईस्कूल में घुस गुंडे करते हैं छेड़छाड़
फुलवारीशरीफ के एक स्कूल में गुंडों के आतंक से छात्राओं ने स्कूल आना बंद कर दिया है। आये दिन छात्राएं और शिक्षिकाएं छेड़खानी का शिकार हो रही हैं। प्राचार्य को भी जान से मारने की धमकी मिली है। पुलिस में शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है जिससे विद्यालय में दहशत का माहौल है। प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है।

सैयद नकी इमाम, फुलवारीशरीफ। चितकोहरा के स्कूल में एक छात्रा द्वारा आत्मदाह की घटना के बाद अब फुलवारीशरीफ के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक और गंभीर मामला सामने आया है। विद्यालय परिसर में गुंडों के बढ़ते दुस्साहस के कारण बड़ी संख्या में छात्राओं ने स्कूल आना बंद कर दिया है। आये दिन छात्राएं और शिक्षिकाएं छेड़खानी का शिकार बनती हैं।
विद्यालय परिसर में गुंडों का जमघट लगा रहता है, जो छात्राओं के साथ छेड़खानी करते हैं। हाल ही में शिक्षिकाओं ने जब इस समस्या की जानकारी विद्यालय के प्राचार्य को दी, तो उन्होंने बदमाशों को रोकने का प्रयास किया।
इस पर बदमाशों ने धमकी दी कि वे चार हत्याएं कर चुके हैं और यदि रोकने की कोशिश की गई, तो पांचवीं हत्या भी कर देंगे। इस धमकी से प्रार्चाय और शिक्षिकाएं भयभीत हो गईं।
इसके बाद प्राचार्य ने पुलिस को लिखित शिकायत दी और छात्राओं तथा शिक्षिकाओं की सुरक्षा की मांग की। हालांकि, पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन इस मामले में गंभीरता नहीं दिखाई।
फुलवारीशरीफ के इस हाईस्कूल में प्लस टू की पढ़ाई होती है, यहां की छात्राओं के लिए एक महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थान है। लेकिन बदमाशों के आतंक के कारण आधे से अधिक छात्राएं स्कूल आना छोड़ चुकी हैं।
प्राचार्य लगातार छात्राओं से संपर्क कर उन्हें स्कूल आने के लिए प्रेरित कर रही हैं, लेकिन छात्राएं डर के कारण स्कूल आने को तैयार नहीं हैं।
बुधवार को जब शिक्षिकाओं ने प्राचार्य को बताया कि गुंडे विद्यालय परिसर में मौजूद हैं और छेड़खानी कर रहे हैं, तो उन्होंने गुंडों को डांटा। इसके बाद गुंडों ने धमकी दी कि वे चार हत्याएं कर चुके हैं और यदि विरोध किया तो एक और हत्या कर देंगे।
इस धमकी के बाद विद्यालय के सभी शिक्षक और शिक्षिकाएं डर गए हैं। प्राचार्य ने कहा कि गुंडों का दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि छात्राएं विद्यालय आने से कतराने लगी हैं।
विद्यालय के गेट से लेकर छात्राओं के आने-जाने वाले मार्ग तक गुंडों का जमघट लगा रहता है, जिससे शिक्षिकाओं में भी डर का माहौल है। इस स्थिति में प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए ताकि छात्राओं और शिक्षिकाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। विद्यालय में शिक्षा का माहौल बहाल करने के लिए यह आवश्यक है कि गुंडों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।
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