फरार आरोपितों की तलाश में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, दर्जनभर ठिकानों पर दबिश
मोकामा में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव हत्याकांड के फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस की टीमें अनंत सिंह के भतीजों समेत अन्य संदिग्धों की तलाश में जुटी हैं। सीआईडी भी मामले की जांच कर रही है। पुलिस तकनीकी सर्विलांस और वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर रही है। पुलिस ने प्रियदर्शी पीयूष की गिरफ्तारी की खबरों का खंडन किया है।

पुलिस की बड़ी कार्रवाई
जागरण संवाददाता, पटना। मोकामा विधानसभा क्षेत्र के पंडारक प्रखंड के भदौर थाना क्षेत्र में जनसुराज प्रत्याशी के समर्थक दुलारचंद यादव हत्याकांड में फरार आरोपितों की तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीमें दर्जन भर ठिकानों पर दबिश दे रही है।
पुलिस की विशेष टीम अनंत के दोनों भतीजा कर्मवीर और राजवीर के साथ छोटन और अन्य की पहचान की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है। इस पूरे मामले की जांच सीआइडी की टीम भी कर रही है। कई आरोपित घटना के बाद से फरार है। पुलिस इनके रिश्तेदारों से लेकर करीबियों के यहां छापेमारी कर चुकी है। पुलिस की तकनीकी सेल की टीम भी प्रसारित वीडियो और तकनीकी अनंसुधान कर घटना में मौजूद लोगों की पहचान कर रही है। इसमें कई चेहरों की पहचान के बाद पुलिस उनका सत्यापन भी कर चुकी है।
आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अब तक दुलारचंद हत्याकांड में तीन की गिरफ्तारी हुई है और तीन अन्य केस में कुल 80 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ग्रामीण एसपी अपराजित लोहान सोमवार को बाढ़ और मोकामा में मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि इलाके में लगातार गश्त और वाहनों की जांच की जा रही है। फरार आरोपितों की तलाश में छापेमारी जारी है।
पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि मोकामा में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या दुर्घटना है या जानबूझकर किया गया अपराध है। यह विस्तृत अनुसंधान के बाद ही पता चलेगा। दुलारचंद के एड़ी में गोली लगी थी।
पुलिस यह भी पता कर रही है कि गोली किसने चलाई थी, हथियार कहां से लाए गए थे और घटना में कौन सी गाड़ी का इस्तेमाल किया गया था। वीडियो और उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर उपद्रव करने वाले हर एक शख्स की गिरफ्तारी होगी।
कोई भी बख्शा नहीं जाएगा। लिस तकनीकी सर्विलांस से आरोपितों की जानकारी एकत्र कर रही है। ताकि उन्हें दबोचा जा सके। जनसुराज के प्रत्याशी प्रियदर्शी पीयूष को भी गिरफ्तार किया जाएगा। इसके बाद प्रियदर्शी पीयूष पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
इसी बीच सोमवार को पटना पुलिस द्वारा एक बयान जारी कर बताया गया कि कुछ इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह भ्रामक सूचना प्रसारित की जा रही है कि जनसुराज के प्रत्याशी प्रियदर्शी पीयूष को पटना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। पुलिस इसे पूरी तरह असत्य और तथ्यहीन बताया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।