पटना के नूरी मस्जिद में भी गए थे मोकामा के पकड़े गए तब्लीगी
मोकामा में पकड़े गए नौ तब्लिगियों का पटना में टेस्ट होने के बाद गुरुवार को वापस मोकामा भेज दिया गया।
पटना। मोकामा में पकड़े गए नौ तब्लिगियों का पटना में टेस्ट होने के बाद गुरुवार को वापस मोकामा क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया गया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इन्हें रखा गया है। ट्रेवल हिस्ट्री खंगाल रही पुलिस की मानें तो सभी फरवरी में ही घर से निकले थे। वहां से यह पटना स्थित नूरी मस्जिद में एक दिन ठहरे। इसके बाद मार्च महीने में एक महीना तक बिहटा के बहरामा व सादिसोपुर के मस्जिद में रुके थे।
मोकामा थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर राजनंदन शर्मा की मानें तो बिहटा में इनके संपर्क में करीब 50 लोग थे। एक अप्रैल को सभी एक साथ मोकामा पहुंचे अपने अपने घर पहुंच गए। राजनंदन की मानें तो सभी के मोबाइल नंबर की सीडीआर रिपोर्ट निकाला जा रहा है। उनके टावर लोकेशन का भी पता किया जा रहा है। पूछताछ में नहीं मिल रहे सभी के बयान: इंस्पेक्टर राजनंदन शर्मा, नप कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष, बीडीओ संजय कुमार राय की टीमें अलग-अलग इन लोगों से पूछताछ भी कर रही है। फरवरी से लेकर एक अप्रैल तक की ट्रेवल हिस्ट्री बीती रात्रि से ही जानने की कोशिश में लगे हैं। सभी एक साथ होने की बात कर रहे थे, लेकिन जब इनका अलग-अलग बयान लिया गया तो किसी का बयान मिला। सूत्रों की मानें तो प्रशासन की टीम के सामने कई और चौकाने वाली बात सामने आई है, लेकिन कुछ बताने से बच रही है। इन्होंने बिहटा स्थित बहरामा व सादिसोपुर के मस्जिदों में रुकने की बात और लोगों के बीच मरकज के संदेशों को प्रसारित करने की बात को भी स्वीकार कर रहे हैं। कितने लोग थे संपर्क, जानकारी जुटाने में छूट रहे पसीने : अब प्रशासन की टीम यह पता लगा रही कि बिहटा में कितनों के संपर्क में ये आए थे। इनमें कुछ लोगों के दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज में शामिल होने की बात भी सामने आ रही है। हालांकि पुलिस का दावा है कि तकनीकी जांच से यह भी स्पष्ट हो जाएगा।