'जोड़ी मोदिया–नीतीश की जोड़ी हीट होई'… गीत की गूंज से हिला गांधी मैदान, मंत्री–गणमान्य और जनता ने गमछा लहराकर किया स्वागत
पटना के गांधी मैदान में 'जोड़ी मोदिया–नीतीश की जोड़ी हीट होई' गाने से उत्साह का माहौल बन गया। जनता, मंत्रियों और गणमान्य व्यक्तियों ने गमछे लहराकर गाने का स्वागत किया। गाने की धुन से पूरा मैदान गुंजायमान था और लोगों ने खुशी से इस पल का आनंद लिया।

गमछा हिलाकर लोगों ने जमकर लगाया ठुमका
डिजिटल डेस्क, पटना। पटना का गांधी मैदान बुधवार को उस समय तालियों, नारों और संगीत के जबरदस्त उत्साह से गूंज उठा, जब मंच से भोजपुरी अंदाज में गूंजा 'जोड़ी मोदिया–नीतीश की जोड़ी हीट होई…'। यह गीत शुरू होते ही पूरा मैदान मानो एक साथ थिरक उठा। जनसमूह ने गमछा हवा में लहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी के प्रति अपना उत्साह और समर्थन खुले तौर पर जाहिर किया।
गांधी मैदान में आयोजित नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में सुबह से ही लोगों की भारी भीड़ उमड़ने लगी थी। जैसे ही भोजपुरिया अंदाज़ का यह गीत बजा, मंत्रीगण, सांसद, विधायक और विभिन्न राज्यों से आए गणमान्य अतिथि भी मुस्कुराते दिखाई दिए।
मंच के सामने उपस्थित लोगों ने गमछे को दाएं–बाएं लहराकर ऐसा माहौल बना दिया, जिसने इस समारोह को सिर्फ औपचारिक कार्यक्रम नहीं रहने दिया, बल्कि एक बड़े जनोत्सव में बदल दिया।
इस दौरान मंच पर देशभर से आए दिग्गज नेता मौजूद थे। हरियाणा, असम, नागालैंड, सिक्किम और मेघालय के मुख्यमंत्रियों से लेकर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य तक, सभी अतिथियों की मौजूदगी ने कार्यक्रम की भव्यता कई गुना बढ़ा दी।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के मंच पर आते ही समर्थक और जोश में आ गए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गांधी मैदान पहुंचते ही स्वागत का ऐसा माहौल बना, जिसने पूरे आयोजन को चरम पर पहुंचा दिया।
'जय बिहार' और 'नीतीश कुमार जिंदाबाद' के नारे लगातार गूंजते रहे, जबकि पीएम मोदी के एयरपोर्ट से गांधी मैदान की ओर रवाना होने की खबर ने उत्सुकता और बढ़ा दी।
इस बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम भी लगातार जारी रहे। शारदा सिन्हा के छठ गीतों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया, वहीं मनोज तिवारी और पवन सिंह जैसे भोजपुरी कलाकारों की मौजूदगी ने भीड़ में नई ऊर्जा भर दी।
गांधी मैदान आज सिर्फ शपथ ग्रहण का स्थल नहीं, बल्कि ऐतिहासिक राजनीतिक–सांस्कृतिक संगम का केंद्र बन गया। 'मोदिया–नीतीश' की जोड़ी पर आधारित गीत ने जिस तरह भीड़ में जोश पैदा किया, उसने यह साफ कर दिया कि जनता आज इस राजनीतिक साझेदारी को एक बड़े भरोसे और उम्मीद के रूप में देख रही है।

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