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बीजेपी मतलब बड़का झूठा पार्टी, मोदी ने उड़ाया बिहार का मजाक : नीतीश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को गया की रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिए भाषण पर जमकर हमला बोला। कहा कि मुजफ्फरपुर की रैली में पीएम ने मेरा डीएनए खराब होने की बात कही थी।

By Pradeep Kumar TiwariEdited By: Published: Sun, 09 Aug 2015 05:17 PM (IST)Updated: Sun, 09 Aug 2015 09:48 PM (IST)
बीजेपी मतलब बड़का झूठा पार्टी, मोदी ने उड़ाया बिहार का मजाक : नीतीश

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को गया की रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिए भाषण पर जमकर हमला बोला। कहा कि मुजफ्फरपुर की रैली में पीएम ने मेरा डीएनए खराब होने की बात कही थी। मैंने उनसे इस बयान को वापस लेने को कहा था, लेकिन उल्टे प्रधानमंत्री ने गया की रैली में बिहार को बीमारू बताकर अपमानित किया, मगर हम चुप नहीं बैठेंगे।

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मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर पत्रकारों से इस बात पर क्षोभ प्रकट किया कि प्रधानमंत्री ने जदयू को जनता दमन और उत्पीडऩ पार्टी कहकर संबोधित किया। उन्होंने आक्रोशित स्वर में पटलवार करते हुए कहा कि बीजेपी को मतलब बड़का झूठा पार्टी है। कहा कि प्रधानमंत्री से लोगों को काफी उम्मीद थी।

सबकी नजर टिकी हुई थी कि बिहार के लिए जरूर कुछ करेंगे, लेकिन लोगों को निराशा हाथ लगी। कुछ करने की जगह प्रधानमंत्री ने बिहार को दुर्भाग्यशाली और बीमारू बता दिया। बिहार को बीमारू प्रदेश बताने के लिए राजस्थान और मध्यप्रदेश का उदाहरण देने में झूठ का सहारा लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह कहना कि बिहार में भी भाजपा की सरकार बने तो विकास होगा, इस बात को दर्शाता है कि बिहार में उनकी पार्टी की सरकार होगी तो सहयोग मिलेगा, दूसरी पार्टी की सरकार होने पर मदद नहीं करेंगे। क्या यही कॉपरेटिव फेडरलिज्म है।

प्रधानमंत्री के पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसी बातें करना शोभा नहीं देता। वे 2002 में गुजरात की घटित घटना को भूल गए। इससे आहत अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि गुजरात में राजधर्म का पालन नहीं हुआ। बिहार में कहां जनता पर दमन हुआ?

नीतीश ने कहा कि जेल को लेकर प्रधानमंत्री को बयान देने से पहले अपने साथ मंच साझा कर रहे अमित शाह को देख लेना चाहिए था। गया ज्ञान और मोक्ष की भूमि है, मगर नरेन्द्र मोदी यहां पर भी झूठ बोलने से बाज नहीं आए। गया को खुद की कर्म भूमि बता दी।

प्रधानमंत्री यह घोषणा कर देते कि बिहार में मेरे नेतृत्व में नहीं जिनकी कर्मभूमि है उनके नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। हद हो गई हर चीज के बारे में नकारात्मक बात करते हैं। पहली बार सुना कि दिल्ली से गंगा निकलती है और बिहार उल्टा लोटा लिये है। उल्टा लोटा से अघ्र्य दिया जाता है। इनके कथनी और करनी में कोई समानता नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष सहायता देने से मुकर गए। लोकसभा चुनाव के समय किए गए वादे में से एक को भी पूरा नहीं किया गया। अब लोगों से एक कदम चलने पर खुद सवा कदम चलने की बात कह रहे हैं। दो कदम तो सुना है सवा कदम आज तक नहीं सुना है। झूठ और जुमला गढऩे में कोई जवाब नहीं है। इसलिए बीजेपी को भारतीय जुमला पार्टी कहते थे।

प्रधानमंत्री द्वारा चंदन कुमार और भुजंग प्रसाद से संबोधन करने पर नीतीश ने कहा कि राजनीति का स्तर बनाए रखना चाहिए। मेरा नाम तो नीतीश कुमार है भुजंग का मतलब तो भारतीय जनता पार्टी ही हुआ। हम लोग तो जहर की दवा हैं, जहर तो वे लोग हैं, जो जाति और धर्म के नाम पर समाज को बांटते हैं। जो राज्यपाल की भी जात बताते हैं। राजद के साथ राजनीतिक गठबंधन है।

कल तक भाजपा के साथ था। उनके साथ गठबंधन खत्म होते ही मैं और मेरी पार्टी बुरी हो गई। भाजपा घोर अवसरवादी है। पत्रकार सम्मेलन में जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक, सांसद रामचन्द्र प्रसाद सिंह, विधान पार्षद संजय सिंह और डॉ. रणवीर नंदन उपस्थित थे।


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