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    Patna News: तेजी से बन रहा बिहार का पहला मॉडर्न श्मशान घाट, एक साथ 18 शवों की होगी अंत्येष्टि

    पटना में राज्य का पहला आधुनिक श्मशान घाट बांसघाट में बन रहा है। 89.40 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस घाट में विद्युत और लकड़ी दोनों से शवदाह की सुविधा होगी। यहां अस्थि विसर्जन और स्नान के लिए गंगाजल से भरे तालाब होंगे। वेटिंग हॉल प्रार्थना कक्ष और कैंटीन जैसी सुविधाएं भी होंगी। ईशा फाउंडेशन ने इसके संचालन में रुचि दिखाई है।

    By Vyas Chandra Edited By: Nishant Bharti Updated: Wed, 27 Aug 2025 06:10 PM (IST)
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    बांसघाट में बन रहा राज्य का पहला मॉडर्न श्मशान घाट(फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, पटना। राज्य का पहला आधुनिक श्मशान घाट राजधानी के बांसघाट में तेजी से बन रहा है। इसका कार्य अंतिम चरण में है। यह बड़े क्षेत्र में और सुविधाओं से युक्त होगा। विद्युत के अलावा इसमें पारंपरिक लकड़ी से शवदाह की व्यवस्था होगी। पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड और बुडको इसका निर्माण करा रहा है।

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    यह नया आधुनिक श्मशान घाट एक सुव्यवस्थित, पर्यावरण‑अनुकूल, और परिष्कृत अंतिम संस्कार की सुविधा देगा। यह पूरे पटना और आसपास के लोगों के लिए सम्मानजनक और सुविधाजनक व्यवस्था सुनिश्चित करेगा। इसकी लागत 89.40 करोड़ रुपये है।

    अस्थि विसर्जन और स्नान के लिए दो तालाब होंगे जिनमें गंगा जल होगा। इसके अलावा वेटिंग हाल, प्रार्थना कक्ष, कैंटीन, मंदिर की सुविधा भी शवदाह के लिए आने वालों के लिए होगी।

    ईशा फाउंडेशन ने संचालन में दिखाई रुचि

    श्मशान घाट 4.5 एकड़ क्षेत्र में बनाया जा रहा है। जो वर्तमान घाट (1.24 एकड़) से लगभग तीन गुना बड़ा है। श्मशान घाट के दो मुख्य द्वार होंगे, इनमें एक मोक्ष द्वार और दूसरा बैकुंठ द्वार होगा।

    दोनों गेट के ऊपर ओंकार का चिह्न लगाया जाएगा। इस द्वार की ऊंचाई लगभग 47 फीट होगी। दोनों मुख्य गेट का डिजाइन तैयार कर लिया गया है। यहां महादेव की बड़ी प्रतिमा भी स्थापित होगी।

    यहां शवदाह के लिए चार बिजली चालित क्रीमेशन ओवन लगा दिए गए हैं। श्मशान का संचालन करने के लिए सद्गुरु जग्गी वासुदेव के ईशा फाउंडेशन ने रुचि दिखाई है। पिछले दिनों कोयंबटूर से फाउंडेशन की टीम यहां आई थी। यहां की व्यवस्था देखकर उन लोगों ने प्रसन्नता दिखाई थी। हालांकि, अभी एजेंसी का अंतिम रूप से चयन नहीं किया गया है।

    एक साथ हो सकेगी 18 शवों की अंत्येष्टि

    बांस घाट के इस आधुनिक शवदाह स्थल पर एक साथ 18 शवों की अंत्येष्टि की जा सकेगी। इसके लिए चार इलेक्ट्रिक यूनिट, छह लकड़ी आधारित प्लेटफार्म और आठ पारंपरिक दाह स्थल बनाए जा रहे हैं। पुराने घाट में भी सुधार के कार्य किए जा रहे हैं। इसमें वेंडिंग जोन, प्रतीक्षा कक्ष, शौचालय, चेंजिंग रूम, पार्किंग और बैठने का शेड बनाया जा रहा है।

    गंगा जल में अस्थि विसर्जन और स्नान

    आधुनिक श्मशान घाट पर दो तालाबों का निर्माण किया जा रहा है। इन तालाबों में पाइपलाइन के माध्यम से गंगाजल पहुंचेगा। इसका उपयोग अस्थि विसर्जन और स्नान के लिए होगा। इसका फायदा होगा कि लोगों को काफी दूर गंगा तक जाने की जरूरत नहीं होगी। इसका निर्माण 2023 के नवंबर में शुरू हुआ था।

    मौसम समेत कई अन्य कारणों से इसमें विलंब हो रहा है। पटना स्मार्ट सिटी की जनसंपर्क अधिकारी प्रिया सौरभ ने बताया कि वर्षा के कारण कार्य में कुछ विलंब हुआ है। कार्य तेजी से किए जा रहे हैं।

    होंगी ये सुविधाएं

    -दो प्रतीक्षा कक्ष, दो प्रार्थना कक्ष और दो पूजा हाल

    - प्रशासनिक कार्यालय, कैंटीन, मंदिर, एवं स्टाफ क्वार्टर

    -छह ब्लाक शौचालय, दो चेंजिंग रूम, 40 वर्ग मीटर का सब स्टेशन

    -शवगृह, पार्किंग, सड़कें और सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली