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बिहार में चर्च निर्माण को लेकर हिंदुओं का भारी विरोध, फिल्म दिखाकर धर्म बदलवाने का आरोप

बिहार के छपरा में ईसाई दंपती द्वारा चर्च बनाए जाने का विरोध चल रहा है। निर्माणाधीन भूमि पर पीपल के पेड़ के नीचे हनुमान की पूजा-अर्चना हो रही है। पेड़ में धागा बंधा हुआ है और महावीर की तस्वीर टंगी हुई है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Thu, 26 May 2022 07:49 PM (IST)Updated: Thu, 26 May 2022 07:49 PM (IST)
बिहार में चर्च निर्माण को लेकर हिंदुओं का भारी विरोध, फिल्म दिखाकर धर्म बदलवाने का आरोप
चर्च निर्माण को लेकर विरोध करते स्थानीय लोग।

जागरण संवाददाता, छपरा : छपरा सदर प्रखंड का जटुआ गांव। नैनी व फकुली पंचायत की सीमा पर इस गांव में ईसाई मिशनरी इमारत का निर्माण करा रही है। इस निर्माण को लेकर यहां बवाल मचा हुआ है। गुरुवार की सुबह निर्माण स्थल पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जुटे। लोगों ने इमारत के निर्माण कार्य को बंद करा दिया। निर्माणाधीन भूमि पर पीपल के पेड़ के नीचे हनुमान की पूजा-अर्चना हो रही है। पेड़ में धागा बंधा हुआ है और महावीर की तस्वीर टंगी हुई है। विरोध कर रहे स्थानीय लोग जय श्री राम व जय हनुमान के गगनभेदी नारे लगाने लगे। एकत्र लोगों का आरोप है कि यहां पहले से गांव के लोग पूजा-पाठ करते आ रहे हैं। अब यहां क्रिश्चियन दंपती चर्च बनाने जा रहे हैं। इनका यह भी आरोप है कि ये लोग फिल्म दिखाने के साथ विभिन्न प्रलोभन के सहारे स्थानीय अनुसूचित जाति समाज के लोगों का मतांतरण करा रहे हैं। गांव के तीन लोगों का मतांतरण पहले किया जा चुका है। गांव में इसका जमकर विरोध हो रहा है। मामले में पुलिस के पास ईसाई दंपती और स्थानीय लोगों की शिकायत पहुंची है।

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आठ कट्ठा सात धूर जमीन खरीद कर हो रहा निर्माण

मुफस्सिल अंचल के जुटुआ गांव में ईसाई मिशनरी ने आठ कट्टा सात धूर जमीन खरीदकर निर्माण कार्य करा रही है। सदर थाना नंबर 259, तौजी नंबर 569 व जमाबंदी नंबर 217 की यह जमीन आंध्र प्रदेश के कुचीपुड़ी निवासी सियोन कुमार पति मधुकर कुचीपुड़ी के नाम इसी साल चार अप्रैल को रजिस्ट्री हुई है। जमीन नैनी गांव के कन्हैया प्रसाद सिंह ने बेची है। जमीन की रजिस्ट्री जिला अवर निबंध कार्यालय छपरा में हुई है। भूमि खरीदने वाले ईसाई दंपती का कहना है कि वे लोग यहां जनसेवा के लिए छोटा सा अस्पताल, स्कूल व प्रार्थनासभा के साथ अपने रहने लिए आवास बनवाने वाले हैं। वहीं विरोध में उतरे स्थानीय लोगों का कहना है कि इन लोगों की योजना यहां चर्च बनाने की है।

धर्म प्रचार फिल्म दिखा मतांतरण की कोशिश का विरोध

निर्माणाधीन स्थल के आसपास अनुसूचित जाति समुदाय की बड़ी बस्ती है। जटुआ व नैनी गांव के लोगों का आरोप है कि यहां मतांतरण की कोशिश का खेल दो साल से चल रहा है। इस बस्ती में ईसाई धर्म प्रचार के लिए कभी फिल्म दिखाई जाती है तो कभी यहां के लोगों के बीच धार्मिक कलेंडर बांटा जाता है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि यहां का तीन अनुसूचित परिवार ईसाई धर्म कबूल भी कर चुका है। इसका सूत्रधार गांव के रिटायर्ड सीआरपीएफ जवान कमल देव राम को बताया जा रहा है। इनका पूरा परिवार ईसाई धर्म अपना चुका है और निर्माण कार्य इन्हीं की देखरेख में हो रहा है। गांव में विवाद के बाद वे गांव से बाहर चले गए हैं।

पुलिस के यहां दोनों तरफ से पहुंची शिकायत

जटुआ गांव में भूमि खरीद कर निर्माण कार्य करा रहे ईसाई दंपती और स्थानीय लोगों के बीच बढ़े विवाद को लेकर दोनों तरफ से पुलिस के यहां शिकायत पहुंची है। कुचिपुड़ी निवासी सियोन कुमारी कुचिपुड़ी व उनके पति मधुकर कुचिपुड़ी ने एसपी से मिलकर निर्माण कार्य रोकने की शिकायत की है। उन्होंने जनसेवा के लिए हो रहे निर्माण कार्य की बाधा को हटाने के लिए पुलिस का सहयोग मांगा है। वहीं ग्रामीण कन्हैया प्रसाद सिंह, योगेन्द्र राय, मोहन राय, जय किशोर मांझी, सरोज मांझी, सोनू कुमार आदि ने भगवान बाजार थाने में आवेदन देकर ईसाई दंपती पर प्रलोभन के सहारे स्थानीय लोगों का धर्म परिर्वतन कराने की शिकायत की है। इस शिकायत पर जांच के लिए मुफस्सिल थाने की पुलिस बंधवार की रात में गांव में पहुंची व विवाद को देख फिलहाल काम रोकवा दी है। 


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