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    औरंगाबाद की पहाड़ियों से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद, नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम

    Updated: Fri, 04 Oct 2024 05:44 PM (IST)

    औरंगाबाद की पहाड़ियों से भारी मात्रा में डेटोनेटर और कॉर्डेक्स वायर बरामद किए गए हैं। सुरक्षाबलों ने औरंगाबाद की पहाड़ियों पर बने नक्सलियों के बंकर से ये विस्फोटक सामग्री जब्त की है। इस बरामदगी से एक बड़ी वारदात को अंजाम देने की नक्सलियों की साजिश का खुलासा हुआ है। विस्फोटक सामग्री को पहाड़ी पर ही नष्ट कर दिया गया है।

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    नक्सली बंकर से जब्त किए डेटोनेटर और कॉर्डेक्स वायर।

    जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। औरंगाबाद जिला पुलिस और सीआरपीएफ व एसटीएफ की संयुक्त नक्सल अभियान की टीम ने गुरुवार को मदनपुर थाना क्षेत्र के लंगुराही जंगल स्थित पहाड़ी से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद किया है।

    सुरक्षाबलों ने विस्फोटक सामग्री की बरामदगी नक्सलियों के बंकर से किया है। बंकर में ही विस्फोटक सामग्री को छिपाकर रखा गया था।

    बताया गया कि अपर पुलिस अधीक्षक अभियान के नेतृत्व में सीआरपीएफ और पड़रिया कैंप के एसटीएफ के द्वारा लंगुराही और पचरूखिया जंगल में नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त अभियान में चलाया गया।

    डेटोनेटर और कार्डेक्स वायर जब्त 

    अभियान के दौरान लंगुराही स्थित कैंप से पश्चिम की पहाड़ी पर एक गुफा में नक्सलियों द्वारा छुपाकर रखे गए विस्फोटक सामग्री की जानकारी मिली।

    सुरक्षाबलों ने गुफा की घेराबंदी कर सर्च किया तो, 450 कॉमर्शियल इलेक्ट्रिक डेटोनेटर और करीब 300 मीटर कॉर्डेक्स वायर को जब्त किया गया।

    विस्फोटक को पहाड़ी पर ही किया गया नष्ट

    बरामद डेटोनेटर और वायर को सीआरपीएफ की बम निरोधक टीम के द्वारा पहाड़ी पर ही विनष्ट कर दिया गया। एएसपी अभियान ने बताया कि डेटोनेटर और कार्डेक्स वायर को आइईडी बम को विस्फोट करने में उपयोग किया जाता है।

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    लगातार चलाया जा रहा नक्सलमुक्त ऑपरेशन

    बता दें कि बहुत दिनों बाद लंगुराही जंगल से डेटोनेटर और कार्डेक्स वायर की बरामदगी की गई है। इस जंगल को नक्सलमुक्त करने को लेकर जिला पुलिस, एसटीएफ, एसएसबी, सीआरपीएफ और कोबरा की संयुक्त टीम के द्वारा लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

    जंगल में नक्सलियों के द्वारा काफी मात्रा में लगाए गए आइईडी की बरामदगी को लेकर पूर्व में सर्च एंड डिस्ट्रोवाय अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान काफी मात्रा में आइईडी की बरामदगी की गई है।

    आइईडी की बरामदगी अबतक की जा रही है। हालांकि, संदीप की मौत और लंगुराही, पचरूखिया, तरी के अलावा गया जिला के जंगल क्षेत्र में सीआरपीएफ और कोबरा का कैंप लग जाने से नक्सली इस जंगल को छोड़ चुके हैं।

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