Bihar Government: तकनीकी संस्थानों में मार्केट बेस कोर्स शुरू, युवाओं को रोजगार के लिए किया जाएगा तैयार
बिहार में औद्योगिक निवेश की संभावनाओं को देखते हुए सरकार तकनीकी शिक्षा में मार्केट बेस कोर्स शुरू करने जा रही है। इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग जैसे नए कोर्स शुरू होंगे। इन कोर्सों का उद्देश्य युवाओं को आधुनिक उद्योगों के लिए तैयार करना और उन्हें रोजगार के लिए कुशल बनाना है। नए शैक्षणिक सत्र से इन कोर्सों की शुरुआत हो सकती है।

दीनानाथ साहनी, पटना। बिहार में नए औद्योगिक निवेश की प्रबल संभावनाओं को देखते हुए सरकारी तकनीकी शिक्षण संस्थानों में मार्केट बेस कोर्स लागू करने की तैयारी तेज हो गई है। राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों और पाॉलिटेक्निक संस्थानों में अब वहीं कोर्स लागू होंगे जाे रोजगार की राह दिखाएगा। इससे हर-पढ़े लिखे और युवा को रोजगार मुहैया कराने की राह थोड़ी आसान हो सकती है।
यह मानते हुए बिहार सरकार द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, क्लाउड कंप्यूटिंग और बिग डेटा, रोबोटिक्स, ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग, साइबर सुरक्षा और डेटा साइंस जैसे दर्जन से ज्यादा कोर्स लागू कराने की तैयारी की जा रही है।
इनमें से कुछेक कोर्स लागू भी हैं। हालांकि, सरकार ने सभी नये कोर्स से लेकर इंटर्नशिप का ड्राफ्ट को तैयार कर लिया है। नए शैक्षणिक सत्र से इन नए कोर्सों की शुरुआत हो सकती है। सबसे अच्छी बात यह कि तकनीकी संस्थानों में मार्केट बेस लागू किए जाने वाले तमाम कोर्स अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरुप होंगे।
ये कोर्स कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार, सिविल इंजीनियरिंग, केमिकल इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे पारंपरिक क्षेत्रों के अलावा नई तकनीकों पर भी केंद्रित होंगे। इन पाठ्यक्रमों को लागू करने का मूल उद्देश्य आधुनिक तकनीकी उद्योग के लिए युवाओं को तैयार करना और उन्हें विशेष कौशल प्रदान करना है।
मार्केट बेस कोर्स के मुख्य पहलू यह भी है कि इन कोर्सों का प्राथमिक लक्ष्य युवाओं को बाजार में तत्काल नौकरी पाने के लिए आवश्यक कौशल और योग्यताएं प्रदान करना है। ये कोर्स उन विषयों और तकनीकों पर भी केंद्रित होगा जिनकी उद्योग में वर्तमान में मांग है।
उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा है कि बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन पैकेज-2025 को लागू किए से राज्य में नये उद्योग सेक्टर आएंगे तो यहां के पढ़े-लिखे और कौशल युक्त युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा। इसके मद्देनजर इंजीनियरिंग कॉलेजों, पॉलिटेक्निक संस्थानों और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में रोजगार दिलाने वाले कोर्स लागू किए जा रहे हैं।
ये कोर्स मार्केट बेस होंगे यानी विभिन्न उद्याेग सेक्टर की जरूरत के हिसाब से युवाओं को तैयार करना प्राथमिकता में है। इसके लिए विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग और श्रम संसाधन विभाग नए-नए कोर्स को लागू करने हेतु मिशन मोड में तेजी से कार्य कर रहा है। यहां तक कि सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा नवाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है।
उच्च शिक्षा से जुड़े कोर्स भी होंगे रोजगारपरक
उच्च शिक्षा पाने वाले युवाओं को भी ऐसे पढ़ाई करने पर जोर दिया जा रहा है, जो रोजगार दिलाने और मोटी कमाई कराने में मददगार हो। इसे ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग द्वारा भी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की गाइडलाइन के अनुरुप कार्य किया जा रहा है। अब उच्च शिक्षा से जुड़े सभी कोर्सों को कुछ इस तरह डिजाइन करने पर जोर है, जिनमें डिग्री के साथ-साथ कौशल का प्रशिक्षण भी मिलेगा। यह उसी कोर्स या क्षेत्र से संबंधित होगा, जिसमें छात्र पढ़ाई कर रहे हैं।
इनमें डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट जैसे सभी स्तर के कोर्स शामिल हैं। माना जा रहा है कि नए शैक्षणिक सत्र से इन मानकों के अनुरूप स्नातक से लेकर स्नातकोत्तर स्तर के सभी कोर्सों की पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी। कुछेक विश्वविद्यालय में ऐसे कोर्सों में पढ़ाई की शुरुआत हाे भी चुकी है।
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