Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Manish Kashyap से देर रात तक हुई पूछताछ, तमिलनाडु पुलिस भी पहुंची; फर्जी वीडियो समेत 10 कांडों में केस दर्ज

    By Kumar RajatEdited By: Aditi Choudhary
    Updated: Sun, 19 Mar 2023 09:54 AM (IST)

    तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले की फर्जी वीडियो फैलाने के मामले में गिरफ्तार मनीष कश्यप से बैंक खातों में मोटी राशि के लेन-देन व वित्तीय अनियमितता को लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मनीष के पीछे एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है।

    Hero Image
    पुलिस की गिरफ्त में मुंह ढके यूट्यूबर मनीष कश्यप। जागरण

    पटना, राज्य ब्यूरो। बेतिया में आत्मसमर्पण करने के बाद यूट्यूबर मनीष कश्यप को बिहार पुलिस पटना लेकर आ गई है। शनिवार की शाम पटना आने के बाद आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम ने उससे पूछताछ की जो देर रात तक चली। ईओयू अधिकारियों के अनुसार, मनीष कश्यप को रविवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ईओयू कोर्ट से उसे रिमांड पर लेने की अर्जी भी देगी। इस बीच, फर्जी वीडियो मामले की जांच को लेकर तमिलनाडु पुलिस की टीम एक बार फिर पटना आई है। मनीष कश्यप की रिमांड मिली तो ईओयू के साथ तमिलनाडु पुलिस भी फर्जी वीडियो मामले में उससे पूछताछ कर सकती है।

    पटना से पीछे लगी थी पुलिस, चकिया में बदला रास्ता

    ईओयू के अनुसार, छह टीमें बेतिया, मोतिहारी और पटना जबकि दो टीमें दिल्ली और गुड़गाव में उसके ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही थी। वह उत्तर प्रदेश के रास्ते पहले पटना पहुंचा था। इसी बीच देर रात उसे कुर्की की भनक लग गई, जिसके बाद वह आनन-फानन में बेतिया की ओर रवाना हुआ।

    पुलिस की टीम लगातार उसके पीछे लगी थी। इसी बीच चकिया चेकपोस्ट के पास उसे इंटरसेप्ट किया गया मगर उसने रास्ता बदलते हुए गाड़ी छोड़ बाइक ले ली और खेतों से होता हुआ थाना पहुंचा।

    मोबाइल तक नहीं था पास, वित्तीय अनियमितता की होगी जांच

    आत्मसमर्पण के दौरान मनीष कश्यप के पास न तो मोबाइल मिला और न ही कोई इलेक्ट्रानिक उपकरण। पुलिस के अनुसार, टावर लोकेशन की पकड़ से बचने के लिए वह मोबाइल इस्तेमाल नहीं कर रहा था। पुलिस उससे फर्जी वीडियो शेयर करने का उद्देश्य पूछ रही है।

    इसके अलावा खातों में मोटी राशि के लेन-देन व वित्तीय अनियमितता को लेकर उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस के अनुसार, मनीष के पीछे एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। उस नेटवर्क से जुड़े लोगों को लेकर भी पूछताछ की जाएगी।

    ब्रांडिंग के लिए लगाई अवैध होर्डिंग, होगी कार्रवाई

    मनीष कश्यप पर जगह-जगह खुद की ब्रांडिंग के लिए अवैध होर्डिंग लगाए जाने के मामले में भी पुलिस कार्रवाई करेगी। पुलिस जांच में यह पता चला है कि विभिन्न कोचिंग संस्थानों को अपने पक्ष में ब्रांडिंग करने के लिए उसे पटना में अवैध तरीके से बिना अनुमति लिए होर्डिंग लगाए हैं। इस संबंध में कानूनी कार्रवाई करने के लिए पटना नगर निगम और एसएसपी पटना को पत्र लिखा गया है।

    मनीष कश्यप पर फर्जी वीडियो समेत 10 कांडों में अब तक प्राथमिकी हो चुकी है। फर्जी वीडियो मामले में दर्ज तीन प्राथमिकी में अभी तक चार लोग पकड़े जा चुके हैं। युवराज सिंह राजपूत समेत अन्य चार की तलाश में भोजपुर समेत विभिन्न जिलों में छापेमारी जारी है।