Bihar Politics: 'जमीन और कार खरीदी तो अपहरण पक्का' नीतीश के मंत्री ने लालू राज की दिलाई याद
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने लालू-राबड़ी शासन को बिहार के लिए अभिशाप बताया। उन्होंने कहा कि लालू राज में भ्रष्टाचार चरम पर था पुलिस का नियंत्रण नहीं था और जनकल्याणकारी योजनाएं लागू नहीं हुईं। अपहरण आम था और लोग दहशत में जीते थे। नीतीश कुमार के शासन में स्थिति में सुधार हुआ।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के स्वास्थ्य और विधि मंत्री मंगल पांडेय ने लालू यादव व लालू राज पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि बिहार के लिए लालू - राबड़ी राज किसी अभिशाप से कम नहीं था।
वह दौर राजनीति से लेकर सामाजिक स्तर तक बिहार के लिए सबसे बड़ा दुर्भाग्य था। लालू राजनीति बिहार की बर्बादी में अहम भूमिका निभाने वाले सबसे भ्रष्ट राजनेता रहे हैं। लालू राज में पुलिस का इकबाल खत्म था।
उन्होंने कहा कि थाने में गाड़ी नहीं रहती थी, गाड़ी रहती थी तो डीजल नहीं रहता था। पेट्रोलिंग नहीं होती थी। कभी भी जनकल्याणकारी योजनाएं धरातल पर नहीं उतरी। लालू के करीबियों का भी आतंक था। उनके शासन में हुए कई हत्याकांड लोगों को आज तक याद है।
'बाढ़ आने से घर आएंगी मछली'
पांडेय ने कहा कि बिहार में कोई व्यापार नहीं करना चाहता था। विकास की बात पूछने पर लालू सड़क किसी के गाल की तरह बनवाने लगते थे। बाढ़ पर कहते थे कि बाढ़ आने से घर में मछली आएंगी। लोग पकाकर खाएंगे। सड़क बना देने से जानवरों के खुर खराब हो जाएंगे।
दहशत में रहते थे लोग
मंत्री ने कहा कि उस दौर में किसी ने जमीन और कार खरीदी तो उसका अपहरण पक्का हो जाता था। डॉक्टर से लेकर इंजीनियर तक सब लोग दहशत में रहते थे। व्यापारियों को बदमाशों को पैसे देने पड़ते थे। लोग देर शाम घरों से बाहर नहीं रहते थे। छह बजे से पहले घर को लौट आते थे। ज्यादा देर हुई तो परिवार में कोहराम मच जाता था।
पुलिस की ओर से जब भी कोई लाश बरामद होती थी, लोग अपनों के बारे में सोचने लगते थे। रोजगार और शिक्षा की बात गायब थी। इस विषय पर कोई बातचीत नहीं होती थी।
2005 के अंत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के सहयोग से सरकार बनाई। उसके बाद चीजें बदलने लगीं। अपराधियों में कानून का खौफ बढ़ने लगा।
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