Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Voter Adhikar March: सड़क पर भी दिखी मंच जैसी केमिस्ट्री, पप्पू यादव के साथ फिर हुआ 'खेला'!

    Updated: Tue, 02 Sep 2025 07:55 AM (IST)

    पटना में महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव समेत कई नेताओं ने भाग लिया। गांधी मैदान से डाकबंगला चौराहे तक कार्यकर्ताओं ने एकजुटता दिखाई। कांग्रेस और राजद कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी को पीएम और तेजस्वी यादव को सीएम बनाने के नारे लगाए। यात्रा में जेपी गोलंबर पर पुष्पांजलि अर्पित नहीं की गई।

    Hero Image
    मंच जैसी सड़क पर भी दिखी केमिस्ट्री

    जयशंकर बिहारी, पटना। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, वीआइपी प्रमुख मुकेश सहनी सहित महागठबंधन के नेताओं ने वोटर अधिकार यात्रा में 16 दिनों में जो सामंजस्य मंच पर दिखाया, उसकी झलक सोमवार को गांधी मैदान से डाकबंगला चौराहे तक मार्च में कार्यकर्ताओं ने सड़क पर भी दिखाई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लगभग डेढ घंटे में पौने दो किलोमीटर के मार्च में कांग्रेस, राजद, वीआइपी, भाकपा माले सहित वाम दलों के कार्यकर्ता एक-दूसरे का जोश बढ़ाते रहे। विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को स्पष्ट बहुमत के साथ राज्य की सत्ता में वापसी की ललक उनके चेहरे पर थी और उस तक पहुंचने का फार्मूला संवाद में था।

    कांग्रेस व राजद कार्यकर्ता मार्च के दौरान नारे लगा रहे थे, देश का पीएम राहुल गांधी और बिहार का सीएम तेजस्वी यादव जैसा हो। दरभंगा से आए रमेश झा ने कहा कि हर कांग्रेसी की चाह है कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनें।

    इसके लिए राज्य में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने में किसी कांग्रेसी को दिक्कत नहीं होगी। जहानाबाद से आए भाकपा माले के सत्येंद्र राम का मानना है कि अब राज्य में सरकार बदलनी चाहिए।

    महागठबंधन के अनुकूल माहौल बन गया है। विधानसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद सीटों के अनुसार सरकार में हर दल की भागीदारी भी तय हो जाएगी। अभी लक्ष्य तो केवल विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन पर है।

    बापू-आंबेडकर की जय-जय, जेपी को भूल गए

    गांधी मैदान से राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में मार्च आगे बढ़ा तो कार्यकर्ताओं का दूसरा जुटान जेपी गोलंबर ही था। जेपी पार्क के गेट पर ताला लटका हुआ था।

    डाकबंगला के मंच से कई नेताओं ने जयप्रकाश नारायण और राम मनोहर लोहिया का नाम लिया, लेकिन रास्ते में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करना भूल गए।

    कुछ कार्यकर्ताओं ने यात्रा के जेपी गोलंबर पहुंचने पर जेपी जिंदाबाद के नारे जरूर लगाए। राजद और कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि कार्यक्रम में जेपी गोलंबर के पास ठहराव का शिड्यूल नहीं था।

    इस कारण पुष्पांजलि नहीं हो सकी। गांधी मैदान स्थित बापू की प्रतिमा और हाईकोर्ट के पास बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा स्थल को फूलों से सजाया गया था।

    खुली बस में सवार नेताओं ने जमाया रंग

    कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ाने के लिए खुली बस में महागठबंधन के दलों के वरीय नेता सवार थे। वोट चोर, गद्दी छोड़ के नारे के साथ-साथ रैली के लिए गढ़े गाने सुनाकर कार्यकर्ताओं में जोश भरते रहे।

    इसमें कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, असम के प्रदेश अध्यक्ष सांसद गौरव गोगोई, उत्तरप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय, बिहार के प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, सांसद डा. अखिलेश प्रसाद सिंह, पूर्व मंत्री सुबोधकांत सहाय, एनएसयूआइ के प्रभारी कन्हैया कुमार, आनंद माधव, राजद सांसद मनोज झा व संजय यादव आदि सवार थे।

    सूची में मेरा नाम है क्या?

    एसआइआर को लेकर गत दिनों हुए बिहार बंद में राहुल गांधी भी पहुंचे थे। उनके साथ खुले वाहन में सवार होने को लेकर कई नेताओं को फजीहत का सामना करना पड़ा था।

    पूर्णिया सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव और कन्हैया कुमार को सुरक्षा कर्मियों ने चढ़ने नहीं दिया था। सोमवार को वोटर अधिकार यात्रा में भी ऐसा ही मिलता जुलता दृश्य दिखा।

    गांधी मैदान से जब वोटर अधिकार यात्रा के लिए राहुल गांधी के साथ खुली जीप में सवार होने के लिए वरीय नेताओं की बारी आई तो कई ने पहले ही पूछ लिया कि सूची में मेरा नाम है या नहीं।

    उनकी जीप के पीछे खुली बस में इस बार कन्हैया कुमार तो दिखे, लेकिन पूर्णिया सांसद पप्पू यादव नहीं थे। खुली बस में सवार कई नेताओं को डाकबंगला चौराहे के मंच पर भी स्थान मिला। पप्पू मंच से भी गायब थे।

    यह भी पढ़ें- Bihar Voter List: बिहार में वोटर लिस्ट से नाम हटवाने के लिए 2 लाख लोगों ने दी अर्जी, CPIMLने 103 और BJP ने दिए 16 आवेदन

    यह भी पढ़ें- Bihar Politics: 16 दिन में 1300 KM की यात्रा, क्या राहुल-खरगे और तेजस्वी के 'बम' बदल देंगे सत्ता का समीकरण?

    comedy show banner