राज्य ब्यूरो, पटना। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में नई सरकार बनेगी। नीतीश कुमार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोटे के मंत्रियों को बाहर कर महागठबंधन के दलों को सरकार में शामिल करेंगे। सीएम आवास में जदयू और राबड़ी देवी के आवास में महागठबंधन की अलग-अलग बैठकों के बाद यह निर्णय लिया गया। एनडीए गठबंधन की सरकार से नीतीश ने नाता तोड़ते हुए राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। मीडिया से बात करते हुए नीतीश ने कहा कि हम राजग से अलग हों यह फैसला जदयू के सभी विधायकों और सांसदों का था। 

राजद नेता तेजस्वी यादव ने सियासी तस्वीर को साफ करते हुए कहा है कि विधायकों की इच्छा थी कि बड़े दल के रूप में राजद का मुख्यमंत्री हो, लेकिन अभी बहुत लड़ाई बाकी है। ऐसे में यह साफ हो गया है कि सीएम जदयू का होगा। यानी नीतीश कुमार दोबारा बिहार के मुख्यमंत्री होंगे। वहीं तेजस्वी उप मुख्यमंत्री बन सकते हैं। विधानसभा अध्यक्ष और कुछ विभागों को लेकर अभी सहमति बनाना बाकी है।

इसके पहले शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने मंगलवार को कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर मजबूरी में गठबंधन नहीं रखा जा सकता है। इस तरह से बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) टूट गया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मंत्रियों के इस्तीफा देने से पहले ही नीतीश ने राज्यपाल को त्यागपत्र सौंप दिया। राज्य की एनडीए सरकार में बीजेपी के 16 मंत्री थे।  

2015 में बनी थी महागठबंधन की सरकार

पांच वर्ष बाद बिहार की राजनीति फिर उसी मोड़ पर खड़ी हो गई है, जब राजद और जदयू ने मिलकर 2015 में सरकार बनाई थी। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में महागठबंधन की नई सरकार बनेगी। राजद, कांग्रेस और वामदलों ने बैठक कर नीतीश के नेतृत्व में सरकार बनने की तस्वीर साफ हो गई है। अब महागठबंधन में शामिल दल आगे की प्रक्रिया शुरू करेंगे।

Edited By: Akshay Pandey