नेपाल में मधेशी आंदोलन का असर : दो लाख छात्रों का भविष्य खतरे में
नेपाल में चल रहे मधेस प्रदेश की मांग को लेकर चार महीनों से नेपाल में चल रहा आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। इससे नेपाल के मधेस क्षेत्र के लगभग दो ल ...और पढ़ें

पटना। नेपाल में चल रहे मधेस प्रदेश की मांग को लेकर चार महीनों से नेपाल में चल रहा आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। इससे नेपाल के मधेस क्षेत्र के लगभग दो लाख छात्रों का शैक्षणिक भविष्य अधर में लटक गया है।
मधेस आंदोलन के कारण पिछले तीन महीने से लगातार पर्सा-वारा, रौतहट सहित मधेस के पूरे २२ जिलों के निम्न माध्यमिक, उच्च माध्यमिक और हाई सेकेण्डरी विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियां ठप पड़ी हुई हैं।
इससे पहले नेपाल में विनाशकारी भूकंप के कारण भी लगातार कई माह तक यहां के शैक्षिक संस्थान बंद रहे थे। मैट्रिक के विद्यार्थियों का फार्म पिछले माह ही भरा गया था। लेकिन, इसके बाद भी मधेस आंदोलन के कारण परीक्षा होगी या नहीं होगी, इस पर संशय बना हुआ है।
पर्सा जिले में कुल ८००० छात्र-छात्राओं ने फार्म भरे हैं। पूरे मधेस क्षेत्र से लगभग एक लाख ८० हजार छात्र-छात्राओं ने मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने के लिए किसी तरह अफरातफरी में फार्म तो भर दिया है, लेकिन परीक्षा को लेकर छात्र व अभिभावक पेशोपेश में हैं।
मधेस के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों व जिलाधिकारियों ने सरकार से अप्रैल के प्रथम सप्ताह में होने वाली परीक्षा की तिथि को बढ़ाने की सिफारिश की है। पर्सा जिला के जिला शिक्षा अधिकारी रामविनय सिंह ने बताया कि शिक्षामंत्री से परीक्षा की तिथि बढ़ाने की मांग की गयी है।
आंदोलनकारियों से सहमति के बाद शहरी क्षेत्रों में सुबह और ग्रामीण क्षेत्रों में दिन भर के लिए स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है। लेकिन, ठंड और मधेस आंदोलन के कारण विद्यार्थी कम पहुंच रहे हैं।
वहीं नेपाल में 113वें दिन बुधवार को भी मधेसी आंदोलन जारी रहा। सर्लाही जिला के लक्षमिनिया में देर शाम महेंद्र राजमार्ग पर एक यात्री बस फंूक दी गई। इसके बाद दो हजार लीटर पेट्रोल-डीजल को भी आग के हवाले कर दिया गया और लाखों की तस्करी की सामग्री जब्त कर ली गई।
यहां बड़ी संख्या में सशस्त्र बल को तैनात कर दिया गया है। गौर में एक बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। साथ ही तस्करी की सामग्री जला दी गई। इस दौरान तस्कर व आंदोलनकारियों के बीच भिड़ंत हुई, जिसमें छह लोग जख्मी हो गए।
पर्सा जिला वीरगंज इनर्वा पुलिस चौकी के पास मैत्री पुल पर टायर जलाकर नारेबाजी की गई। नाकेबंदी स्थल पर धरना दिया गया। महोत्तरी जिला में ढेकहा गांव से बाइक जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया गया। मटिहसनी बॉर्डर पर टेंट लगाकर नाकेबंदी की गई।

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