जागरण संवाददाता, पटना। चित्रगुप्त नगर के मुन्ना चक में जमीन कारोबारी राजकुमार यादव की गोली मारकर हत्या करने वाले दोनों शूटर घटनास्थल के पास की गलियों से अंजान थे।
भागने के दौरान वह गली भटक गए। इस बीच उन्होंने किसी से मोबाइल पर बात भी की थी। इसके बाद दोनों मुख्य मार्ग तक पहुंचे और वहां से एक कार में सवार होकर भाग गए।
पुलिस उस इलाके का डंप डाटा ले रही है। शूटर जिस दिशा से भागे उन इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों को देखा जा रहा है। दोनों शूटरों की तस्वीर एसआईटी और एसटीएफ के हाथ लग चुकी है।
कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबर भी मिले हैं। एसआईटी और एसटीएफ दोनों शूटरों के साथ अन्य आरोपितों की तलाश में पटना सिटी, दानापुर, बाइपास, वैशाली सहित नौ से अधिक ठिकानों पर दबिश दे रही है।
पुलिस कर रही पूछताछ
सूत्रों की मानें तो देर रात तीन संदिग्ध को उठाया गया, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस को एक करीबी पर संदेह है। हत्या के पीछे भूमि विवाद और राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के साथ एक अन्य बिन्दु पर जांच की जा रही है।
पुलिस को भूमि विवाद से जुड़ी कई अहम जानकारी मिली हैं। इस मामले में अब तक नौ से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। इस घटना में साजिशकर्ता के साथ पांच से अधिक लोगों की संलिप्तता हो सकती है।
बुधवार की रात राजेंद्र नगर टर्मिनल के सामने मुन्ना चक गली नंबर 17 में दो शूटरों ने राजकुमार राय को गोलियों से भून डाला था। वह मूल रूप से वैशाली के राघोपुर के निवासी थे, लेकिन परिवार के साथ घटनास्थल के पास ही खुद के मकान में रह रहे थे।
घटनास्थल के पास से मिले सीसीटीवी फुटेज में दो शूटर भागते हुए दिखे थे। दोनों की उम्र 22 से 25 वर्ष के बीच बताई गई। सूत्रों की मानें तो शूटर राघोपुर या पटना के हो सकते है।
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