फोरलेन के लिए तीन लाख रुपए कट्ठा की जमीन के लिए केवल 20 हजार मुआवजा, भोजपुर में फंसा पेंच
फोरलेन हाइवे के लिए जमीन अधिग्रहण में मुआवजे की दर देखकर हैरान हैं किसान पटना-आरा-बक्सर और पटना-मोहनिया सड़क के बीच वामपाली में बननी है लिंक सड़क अधिगृहित जमीन के दायरे में 634 किसान की जमीन बाजार दर और अधिग्रहण के रेट में जमीन आसमान का अंतर

आरा, जागरण संवाददाता। किसान सरकार की योजनाओं में सहभागी बनने को आतुर हैं, लेकिन अपनी जमीन को कौड़ी के भाव देने को तैयार नहीं हैं। मामला पटना-आरा-बक्सर और पटना-आरा-मोहनिया फोर लेन सड़क को जोड़ने वाली लिंक सड़क निर्माण का है। यह वामपाली, असनी, हलीटोला व मतवनियां गांव के पास होकर जाएगी। अधिगृहित जमीन से छह सौ से अधिक परिवार प्रभावित हैं। प्रस्तावित लिंक सड़क के दायरे में चार दर्जन ऐसे किसानों के आवास व बागीचा भी हैं। सड़क बनने के बाद कई किसान भूमिहीन व बेघर हो जाएंगे। उनके पास रहने के लिए दो गज जमीन भी नहीं बचेगी। अधिग्रहित जमीन का कागजात गत चार फरवरी तक किसानों को भू-अर्जन विभाग में जमा करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन किसानों की मानें तो उन्हें जमीन अधिगृहण संबंधी सूचना उनको नहीं दी गई थी।
जिला भू-अर्जन पदाधिकारी की ओर से भेजे गए पत्र पढ़कर किसान हतप्रभ व हताश है। उनकी आंखों की नींद खो गई है। क्योंकि सरकार इनके जमीन का मुआवजा मात्र 7,640 प्रति डिसमिल सुनिश्चित की है। जो किसान स्वीकार नहीं है। शहर से सटे इस जमीन की केीमत काफी बढ़ गई है। जमीन कारोबारी अधिगृहित जमीन की एक डिसमिल की कीमत 1,50,000-1,75,000 आंकते हैं। सरकार की नजर में यह कृषि जमीन है। लेकिन किसानों का कहना है कि वामपाली इलाके में कहीं भी तीन लाख रुपये प्रति कठा जमीन बमुश्किल से मिलेगी। किसान सरकार से अपनी जमीन के मुआवजे की राशि बढ़ाने की मांग भू-अर्जन अधिकारी से किये हैं। सरकार की नजर अधिगृहित जमीन कृषि की है। जबकि किसान कहते हैं कि यह जमीन आवासीय है। इसलिए इसका मुआवजा आवासीय आधार पर मिलना चाहिए। किसान राहुल सिंह ने कहा कि हमलोग सरकार की योजना के समर्थक हैं, लेकिन सरकार किसानों को सही मुआवजा व विकल्प दें, ताकि उसे बेघर नहीं होना पड़े।
धोबीघटवा पर जाम होगा खत्म
लिंक रोड वामपाली के राधा स्वामी सत्संग से असनी गांव के पास आरा-मोहनिया सड़क के बीच बनेगी। इनके बीच दूरी चार किलोमीटर है। यह फोरलेन सड़क होगी। इसकी चौड़ाई 210 फीट सुनिश्चित की गई है। इसमें किसानों के करीब 28 हेक्टेयर जमीन अधिग़ृहित की गई है। अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी हो चुकी है। लेकिन मुआवजे को लेकर पेंच फंसा हुआ है। सड़क के निर्माण से आरा के धोबीघटवा में लगने वाला जाम खत्म हो जाएगा। क्योंकि बनारस से पटना और पटना से मोहनिया जाने वाले वाहन असनी व वामपापली से होकर निकल जाएंगे। इस सड़क के निर्माण से आरा शहर का विस्तार पश्चिम दिशा में वामपाली के पास तेजी से होने की उम्मीद जतायी गई है।
क्या कहते हैं अधिकारी
भू-अर्जन अधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि अधिगृहित जमीन कृषि की है। इसलिए मुआवजे की राशि कृषि योग्य वाली जमीन की दी जाएगी। अगर किसाने इस इस राशि से संतुष्ट नहीं है तो वे कमिश्नर के पास अपील कर सकते हैं। इन गांवों के निम्न संख्या में किसान हैं प्रभावित। असनी - 230, वामपाली - 187,मतवलिया-160, हलीटोला-57,
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