Bihar Politics: लालू यादव के बेटे तेज प्रताप की नई घोषणा, बिहार में सियासी हलचल तेज
तेज प्रताप यादव परिवार और पार्टी के लिए समस्या बन गए हैं, और अब वे सत्ता को भी चुनौती देते दिख रहे हैं। उनकी गतिविधियां मुख्य रूप से इंटरनेट मीडिया पर केंद्रित हैं, जहां उन्होंने अपने सरकारी आवास पर "जनता दरबार" लगाने की घोषणा की है, जो मुख्यमंत्री के जनता दरबार से अलग होगा। उनके पोस्ट उनकी अस्थिर मानसिकता को दर्शाते हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना। परिवार और पार्टी के लिए समस्या बन चुके तेज प्रताप यादव अब प्रकारांतर से सत्ता को भी चुनौती देते प्रतीत हो रहे। हालांकि, अभी तक की उनकी गतिविधियां इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट और जहां-तहां वीडियो कॉल करने तक ही सीमित है, लेकिन अपने सरकारी आवास पर जिन समर्थकों के साथ वे रणनीति बना रहे, उनकी महत्वाकांक्षाएं तेज प्रताप को संभवत: चैन से बैठने नहीं दें।
बहरहाल, उन्होंने जनता दरबार लगाने का निर्णय लिया है। इसकी घोषणा उन्होंने गुरुवार को अपने एक्स हैंडल पर की। दावा यह कि समस्याओं का सीधा समाधान होगा। अभी तक जनता दरबार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगाते रहे हैं।
तेज प्रताप का जनता दरबार अगर आयोजित होता है तो बिहार में सत्ता से इतर यह पहला प्रयोग होगा।इंटरनेट मीडिया पर तेज प्रताप की गतिविधियों का आकलन कर रहे राजीव कुमार का कहना है कि उनके पोस्ट लगभग नियमित हैं, लेकिन उनमें कोई स्थिरता नहीं। इससे पता चलता है कि उनका चित्त स्थिर नहीं है। वे वस्तुत: अफरा-तफरी की स्थिति में निर्णय ले रहे और उसकी सार्वजनिक घोषणा भी कर रहे।
पिछले दिनों ऐसी ही एक घोषणा ने लालू परिवार की किरकिरी कराई थी। तब तेज प्रताप ने एक्स पर अपने 12 वर्ष पुराने रिलेशनशिप को सार्वजनिक किया था। उसके बाद लालू प्रसाद ने उन्हें परिवार के साथ पार्टी से निलंबित कर दिया था। उस कार्रवाई के दो दिन बाद तक तो तेज प्रताप चुप रहे, लेकिन तेजस्वी को पुत्र-रत्न की प्राप्ति पर बधाई देने के साथ वे फिर से चालू हो गए।
बाद के उनके पोस्ट मेंं विरोधियों पर शाब्दिक आघात बेहद तीखे रहे और उनसे प्रतीत हुआ कि परिवार के भीतर सब कुछ सहज-सामान्य नहीं। बिना नाम लिए उन्होंने कुछ "जयचंदोंं" का उल्लेख किया, जो लालू-तेजस्वी को अपने घेरे में लिए हुए हैं। इस संज्ञा से वे वस्तुत: उन एक-दो लोगोंं पर अपनी खीझ निकाल रहे थे, जो पिछले कुछ वर्षों से तेजस्वी के अतिशय निकट हो चुके हैं और पार्टी के निर्णयों में उनका सीधा हस्तक्षेप होने लगा है।
वैसे तत्वों को उखाड़ने-पछाड़ने की चुनौती देते हुए तेज प्रताप विधानसभा चुनाव में अपने दम पर किसी भी सीट से ताल ठोंकने की भी घोषणा कर चुके हैं। इस घोषणा से सर्वाधिक चिंतित राजद है। इन सबके बीच उन्होंने कामर्शियल पायलट लाइसेंस हेतु प्रशिक्षण कोर्स में नामांकन की अनुमति मिलने की जानकारी भी दी।
विस्मय में राकेश सिंह पूछते हैं कि अकेले तेज प्रताप आखिर क्या-क्या करेंगे! वैसे आगे वे चाहे जो कुछ भी करें, बहरहाल उन्होंने होली के दिन अपने अंगरक्षक को डांस के लिए विवश करने की गलती स्वीकार कर ली है।
एक्स पर तेज प्रताप:
जनता का दरबार, जन-समस्याओं का सीधा समाधान। आपके बीच, आपकी आवाज बनने के लिए तत्पर। आइए साथ मिलकर रचें बिहार का नया अध्याय। सदैव आपके साथ, सदैव बिहार के साथ...सोमवार दिनांक 30 जून से 26 एम स्ट्रेड रोड स्थित मेरे आवास से जनता दरबार शाम छह से आठ बजे तक।
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