क्या तेजप्रताप की शादी में शामिल होंगे लालू? जमानत टलने के बाद अब पेरोल की तैयारी
क्या राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव बेटे तेजप्रताप यादव की 12 मई को हो रही शादी में शामिल हो सकेंगे? उनकी जमानत टलने के बाद अब पेरोल के लिए कानूनी तैयारी शुरू है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की जमानत पर रांची हाईकोर्ट में सुनवाई टलने के बाद पार्टी एवं परिवार की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है। तेजप्रताप यादव की शादी 12 मई को होनी है और सुनवाई की तारीख 11 मई है। जाहिर है, शादी समारोह में में लालू के शामिल होने की संभावना क्षीण हो गई है। ऐसी स्थिति में लालू को पेरोल पर रिहा कराने की तैयारी है, क्योंकि लालू की गैरमौजूदगी में शादी समारोह फीका पड़ सकता है।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एवं तेजप्रताप यादव ने खुद ही कई बड़े नेताओं एवं रिश्तेदारों को शादी का न्योता दिया है। मीसा भारती समेत सभी बहनें भी आयोजन की तैयारियों में जुटी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी हर हाल में कार्यक्रम में लालू की मौजूदगी चाहती हैं।
घर-परिवार के प्रत्येक मांगलिक कार्य में अब तक लालू की मौजूदगी रही है। यह पहली बार होगा जब लालू के रहने-न रहने को लेकर संशय है। यही कारण है कि परिवार की ओर से राजद प्रमुख को पेरोल पर रिहा कराने की तैयारी की जा रही है।
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक एक-दो दिनों में वकीलों से परामर्श कर लिया जाएगा। उसके बाद सोमवार-मंगलवार तक पेरोल के लिए रांची स्थित सीबीआइ की अदालत में आवेदन किया जा सकता है। हालांकि, इसके पहले तक राजद प्रमुख खुद पेरोल पर बाहर आने के पक्ष में नहीं थे। इसीलिए जमानत लेने की कोशिश की जा रही थी। लेकिन, अब जमानत की सुनवाई 11 मई तक टलने के कारण सबकुछ अनिश्चित हो गया है। ऐसे में दूसरे विकल्प पर विचार किया जा रहा है।
कौन करेगा समधी मिलन
लालू के नहीं रहने पर सबसे बड़ा असमंजस शादी की एक महत्वपूर्ण रस्म समधी मिलन को लेकर है। लालू के नहीं रहने पर चंद्रिका राय से समधी मिलन कौन करेगा। हालांकि, लालू के बदले तेजप्रताप के मामा, चाचा या मौसा इस रस्म को पूरा कर सकते हैं, लेकिन सभी रिश्तेदारों एवं करीबी अतिथियों का दबाव है कि लालू प्रसाद को किसी भी तरह शादी समारोह में शामिल कराया जाए।
अबतक इन्हें मिला है न्योता
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राज्यपाल सत्यपाल मलिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास, झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन, झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन, झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय समेत अन्य प्रदेशों के भी प्रमुख नेताओं को न्योता दिया जा चुका है। लड़की पक्ष से भी बड़े नेताओं को आमंत्रण दिया जा रहा है, क्योंकि ऐश्वर्य राय का घराना भी राजनीतिक है।