Lalu Yadav: 'लालू यादव ने करोड़ों रुपये लेकर...' इस नेता के बयान से बिहार में मचेगा सियासी बवाल!
भाजपा प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने कहा कि लालू परिवार का राजनीतिक में आने का मकसद जनता की सेवा नहीं बल्कि मेवा खाना है। लालू परिवार ने राजनीति के जरिए सिर्फ अपनी तिजोरियां भरी हैं। उन्होंने कहा कि लालू ने राजनीति का बाजारीकरण किया है। उन्होंने करोड़ों रुपये लेकर लोकसभा और विधानसभा चुनाव के टिकट बेचे और मंत्री बनाने के एवज भी मोटी उगाही करने का काम किया है।

राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने राजद प्रमुख लालू यादव कटाक्ष करते हुए कहा कि लालू परिवार का राजनीतिक में आने का मकसद जनता की सेवा नहीं, बल्कि मेवा खाना है। लालू परिवार ने राजनीति के जरिए अपनी तिजोरियां भरीं।
प्रभाकर मिश्र ने आरोप लगाया कि कांति सिंह ने यूपीए-1 शासन के दौरान केंद्र में मंत्री बनने के लिए लालू प्रसाद के बेटों को बहुमूल्य जमीन और तीन मंजिला भवन सौंपी थी।
उन्होंने कहा कि लालू यादव ने राजनीति का बाजारीकरण किया। एक तरफ करोड़ों रुपये लेकर लोकसभा और विधानसभा चुनाव के टिकट बेचे। वहीं, दूसरी तरफ मंत्री बनाने के एवज भी मोटी उगाही की।
मिश्र ने कहा राजनीति में लालू परिवार तालाब की उस मछली की तरह है, जो अपनी हरकत से पूरे तालाब को गंद कर देती है।
भाई-बहन की जोड़ी PM पर कर रहे अनर्गल बयानबाजी: मंगल पांडेय
स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार में आइएनडीआइए नहीं, बल्कि राजद परिवार चुनाव लड़ रहा है। ऐसा देखा जा रहा है कि चुनावी सभाओं में कांग्रेस और वाम के न तो कोई बडे़ चेहरे नजर आ रहे हैं और न ही कोई स्थानीय नेता ही मंच साझा करते नजर आ रहे हैं।
मंगल पांडेय ने कहा कि चुनाव प्रचार में एक ओर जहां परिवार के मुखिया लालू प्रसाद कमान संभाले हुए हैं, वहीं उनके एक पुत्र और दो पुत्री ही घूम-घूम कर आइएनडीआइए के पक्ष में वोट मांग रहे हैं। यही नहीं बड़े पुत्र भी परिदृश्य से बाहर हैं।
पांडेय ने कहा कि अब तक के चुनावी सभाओं में शायद ही कांग्रेस और वाम के कोई नेता नजर आएं हों। लालू परिवार के भाई-बहन की जोड़ी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अनर्गल टिप्पणी कर रहे हैं, लेकिन जनता 2019 की तरह ही इस बार भी इन परिवारवादी पार्टियों के झांसे में आने वाली नहीं है।
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