लालू ने सृजन पर सियासी संग्राम का किया एलान, व्यक्तिगत संबंधों को भी घसीटा
राजद अध्यक्ष लालू यादव ने भागलपुर में सृजन के दुर्जनों का विसर्जन रैली किया। रैली में कहा कि नीतीश कुमार बीजेपी से ब्लैकमेल होकर उसके साथ चले गये, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।
भागलपुर [जागरण टीम]। सृजन घोटाले को हथियार बनाकर राजद ने रविवार को भाजपा-जदयू की नई सियासी दोस्ती पर जमकर प्रहार किया। राजद प्रमुख लालू प्रसाद एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को सृजन घोटाले का मुख्य संरक्षक बताया और एलान किया कि दोनों को जेल भेजे बिना हम दम नहीं लेंगे। राजद नेताओं ने दावा किया सृजन मामले में नीतीश-सुमो के खिलाफ उनके पास पर्याप्त सबूत हैं। सुप्रीम कोर्ट से निष्पक्ष जांच के लिए वह जल्द ही आग्र्रह करने वाले हैं।
मर्यादा का भी नहीं रखा खयाल
भागलपुर के सैंडिस स्टेडियम में रविवार को सृजन के दुर्जनों की विसर्जन महासभा में नीतीश को सत्ता का लालची बताते हुए लालू सियासी आरोपों की मर्यादा से भी आगे निकल गए। समर्थकों के बीच बेहद आक्रोश में दिख रहे लालू ने अपने विरोधियों पर कुछ ऐसे आरोप भी लगाए, जिनका उल्लेख करना सियासी शुचिता के विपरीत होगा।
पिता-पुत्र अपने पूरे भाषण में नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर ही ज्यादा हमलावर रहे। अपने करीब एक घंटे के भाषण में तेजस्वी ने मुख्य रूप से नीतीश को ही निशाने पर रखा। नेता प्रतिपक्ष ने सृजन घोटाले की कहानी सुनाई। इस लड़ाई को पूरे प्रदेश में विस्तार का एलान करते हुए तेजस्वी ने कहा कि 12 सितंबर को सभी जिलों में राजद कार्यकर्ता धरना देंगे। तेजप्रताप ने हरा मुरेठा बांधकर अपने अंदाज में कार्यकर्ताओं से संवाद किया।
व्यक्तिगत संबंधों को भी घसीटा
लालू ने नीतीश पर तीखा प्रहार करते हुए व्यक्तिगत संबंधों को भी घसीटने की कोशिश की। प्राकृतिक चिकित्सक जेता सिंह और शिक्षाविद उदयकांत मिश्र के साथ नीतीश के संबंधों पर कहा कि भागलपुर आने के बाद उदयकांत के घर सीएम क्यों ठहरते हैं? जेता सिंह के घर क्यों जाते हैं? लालू ने कहा कि अस्पताल में बच्चे मर रहे हैं। दवा नहीं है। डॉक्टर नहीं हैं। फिर भी नीतीश ने तपोवन प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र को 50 करोड़ रुपये दे दिए।
भाजपा नेता शाहनवाज को निशाने पर लेते हुए लालू ने कहा कि वे सृजन में एक महिला को केक खिलाने जाते थे। लालू ने सवाल किया कि घोटला उजागर होने के बाद नीतीश कुमार, सुशील मोदी और अश्विनी चौबे पर एफआइआर क्यों नहीं हुआ।
भाजपा ने नीतीश को किया ब्लैकमेल
राजद प्रमुख ने कहा कि नीतीश को गद्दी का लालच है। घोटाले की जानकारी उन्हें पहले से थी। यदि मीडिया सक्रिय नहीं होता तो इसका खुलासा आसान नहीं होता। नीतीश को पलटूराम बताते हुए लालू ने कहा कि भाजपा को पहले से इस घोटाले में नीतीश के नाम आने की जानकारी थी। भाजपा ने नीतीश को ब्लैकमेल किया और कहा कि यदि साथ नहीं आए तो जेल जाना पड़ेगा।
तेजस्वी के सीएम बनने की भविष्यवाणी
लालू ने तेजस्वी के सीएम बनने की भी भविष्यवाणी की और कहा कि वह मुख्यमंत्री बनकर रहेंगे, लेकिन नीतीश की मर्जी से नहीं, जनता के समर्थन से। लालू ने कहा कि मुझे 20-25 वर्षों से मुकदमा लडऩे की आदत है। ये लोग मुझे डरा नहीं पाए तो मेरे बच्चों के पीछे पड़ गए।
नीतीश के सृजन घोटाले के विरुद्ध आयोजित जनसभा मे जुटी इतनी भारी भीड़ बता रही है नीतीश ने दोनो हाथो से सरकार का हज़ारो करोड़ सृजन मे लुटाया है pic.twitter.com/IQagcYYoLM— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 10, 2017
सृजन घोटाले के गढ़ भागलपुर में सृजन के दुर्जनों का विसर्जन करने के किए एकत्रत भीड़। नीतीश सृजन का सृजनकार है। #SrijanExposesNitish pic.twitter.com/n1d9r60mwH— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 10, 2017
भ्रष्टाचार सहन नहीं करेंगे- नीतीश
सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी तो नीतीश है। 13 साल से सृजन घोटाला इसकी "नाक का बाल" रहा और पता भी नहीं चला। pic.twitter.com/sNN2TTPrPb— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 10, 2017
नैतिक भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह हैं सीएम नीतीश: तेजस्वी
सभा को संबोधित करते हुए राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के पुत्र और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि इस सभा का नाम सृजन के दुर्जनों का विसर्जन रखा गया है। पटना की भाजपा भगाओ देश बचाओ रैली में हमने एलान किया था कि बिहार के हर जिला में जाकर सृजन के दुर्जनों का पर्दाफाश करेंगे। भागलपुर में ही इस घोटाले की शुरूआत हुई है। करीब 2000 करोड़ का घोटाला हुआ है।
आज बिहार की सरकार सत्ता के नशे में अंधी है। नीतीश, सुशील मोदी, शहनवाज, निशिकांत सभी ने मिलकर खजाना लूटा। तेजस्वी तो एक बहाना था, असली मकसद तो बीजेपी की गोद में जाना था। सृजन घोटाले को छुपाना था। जब हम सरकार में थे तो तो इन्हें घोटाला करने का मौका नहीं मिल रहा था। उन्हें घोटाला करने वाला पार्टनर चाहिए था। इसलिए वे भाजपा के साथ चले गये।
तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने तेजस्वी के बहाने सृजन का पाप चुकाया है। लेकिन, हम सृजन के दुर्जनों का विसर्जन करके रहेेंगे। उन्होंने पूछा कि सृजन घोटाला के उजागर होने के बाद नीतीश कुमार की नैतिकता कहां गई?
तेजस्वी यादव ने भागलपुर के सैंडिस कम्पाउंड में सृजन घोटाला के खिलाफ आयोजित रैली में कहा कि
सीएम नीतीश कुमार नैतिक भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह हैं। वे राजनीतिक व समाजिक भ्रष्टाचारी भी हैं। इस घोटाले की शुरुआत भागलपुर से हुई। इसे नीतीश कुमार ने संरक्षण्ा दिया। नीतीश, सुशील मोदी, शाहनवाज, निशिकांत आदि सभी ने मिलकर खजाना को लूटा।
तेजस्वी ने कहा कि 2006 से चल रहे इस घोटाले के बारे में सीएम नीतीश कुमार को पूरी जानकारी थी। लेकिन, वे 10 साल तक चुप रहे। नीतीश कुमार भ्रष्टाचार पर 'जीरो टॉलरेंस' की बात करते हैं। कहा गया 'जीरो टॉलरेंस', नीतीश कुमार बताएं।
तेजस्वी यादव ने कहा घोटाला के सबूतों को नष्ट करने में नीतीश कुमार के चहेते अधिकारी का हाथ है। यह व्यापम से भी बड़ा घोटाला है। सरकार द्वारा विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। जेल में बंद आरोपितों के जान को ख़तरा है। साजिश के तहत उन्हें मारकर घोटाले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। सीबीआइ पर भी सृजन घोटाले की जांच को दबाने का है दबाव है।
तेजस्वी ने कहा कि घोटाला की सूत्रधार रही मनोरमा देवी के आरोपित बेटे और पुत्रवधू को विदेश भेज दिया गया। एसआइटी ने आरोपितों को भगाने का काम किया है। तेजस्वी ने सवाल किया कि अब तक विपिन शर्मा की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?
सीएम नीतीश कुमार व डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर हमलावर तेजस्वी ने कहा कि घोटाले में नाम नहीं आये इसलिए सुशील मोदी ने अपने भाई तक को नही पहचाना। सत्ता के लिए रिश्तेदार को भी नहीं पहचान रहे। सुशील मोदी का व्यवसायिक और खून का रिश्ता रेखा मोदी से है, जो घोटाले में शामिल हैं।
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यदि थोड़ी भी नैतिकता बची है तो वे जांच पूरा होने तक वह अपने पद से इस्तीफा दे दें।
नीतीश जी, अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए जनादेश और आवाम को दग़ा देने वाले सबसे बड़े सामाजिक भ्रष्टाचारी है । pic.twitter.com/dJc7UlMpJO— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 10, 2017
जनता को दग़ा देने वाला नीतीश जी से बड़ा कोई राजनीतिक भ्रष्टाचारी इस संसार में पैदा नहीं हुआ? #SrijanExposesNitish #SrijanScam pic.twitter.com/knFAEslapL— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 10, 2017
नैतिक भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह है नीतीश कुमार। अनैतिकता के कुकर्मों से भरी पड़ी है इनकी राजनीति। #SrijanExposesNitish— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 10, 2017
मैंने नीतीश जी को घोटाला नहीं करने दिया। सबसे बड़ी पार्टी थे।इसलिए नीतीशजी #सृजन घोटाले के अपने पुराने साथियों संग घोटाला करने दुबारा मिल गए— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 10, 2017
अगर सृजन घोटाला नहीं होता तो आज नीतीश जी BJP के साथ मजबूरी में नहीं होते। एक दूसरे का काला पाप छिपाने साथ आए है नीतीश जी और सुशील मोदी— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 10, 2017
नीतीश जी सिर से लेकर पैर तक सृजन घोटाले में धँसे हुए है। इसलिए गिड़गिड़ा कर मोदी के सामने पलटी मार जनादेश का अपमान कर अनैतिक सरकार बना ली। pic.twitter.com/CnATnk4eOm— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 10, 2017
महिषाषुर वध की तरह मेरी मां करेगी सृजन के दुर्जनों का संहार: तेजप्रताप
रैली में तेजप्रताप यादव अपने पिता लालू यादव के रंग में नजर आए। पिता के अंदाज में माइक वालों को कहा कि जरा आवाज बढ़ाइये ताकि जनता को सब साफ-साफ सुनाई दे। सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सृजन घोटाले में शामिल किसी को हम छोड़ने वाले नहीं हैं। पूरे बिहार में इसका पर्दाफाश हो रहा है।
जदयू पर निशाना साधते हुए कहा कि नीरज कुमार जो लेटर भेजते हैं, मेरी मां राबड़ी देवी पर अारोप लगाते हैं। कुछ ही समय में दुर्गापूजा आ रहा है। जिस तरह से महिषासुर का वध मां दुर्गा ने किया था, मेरी मां नीरज कुमार जैसे महिषासुर का वध करेगी। सृजन के दुर्जनों का संहार करेगी। पूरा बिहार लालू एंड फैमली है। जिसको हमसे लड़ना है, मैदान में आकर लड़े। पता चल जायेगा कि किसमें कितना दम है।
रैली के दौरान लालू के करीब पहुंचने की होड़ में भीड़ बेकाबू हो गई। समर्थक बैरिकेड को ताेड़ 'डी' एरिया में घुस गए। उन्हें सुरक्षा कर्मियों ने बाहर निकाला। रैली में पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद व उनके दोनों बेटे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तथा पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव, पार्टी उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह, एमएलए रामदेव यादवां, सांसद बुलो मंडल सहित कई अन्य नेता शामिल हुए।
लालू से मिलने वालों का लगा तांता
रैली के पहले भागलपुर पहुंचे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद स्थानीय परिसदन में ठहरे। परिसदन परिसर नेताओं व कार्यकर्ताओं से भरा रहा। वहां लालू से मिलने पीरपैंती विधायक राम विलास पासवान, कटोरिया की विधायक स्वीटी हेम्ब्रम, सांसद जयप्रकाश नारायण यादव व पूर्व मंत्री सुरेश पासवान सहित इलाके के सभी बड़े राजद नेता पहुंचे।
लालू को राज्य सरकार कि खिलाफ मिला सृजन का हथियार
राज्य में महागठबंधन सरकार के बिखरने और सत्ता से राजद के बेदखल होने के बाद भाजपा-जदयू की सरकार से लालू-तेजस्वी खफा हैं। कई तरह के आरोपों से घिरे लालू को सृजन घोटाले के रूप में नया हथियार मिल गया है। राजद प्रमुख की नजरों में यह मध्य प्रदेश के 'व्यापम' घोटाले की तरह है, जिसे तूल देकर वे अपने सियासी प्रतिद्वंद्वियों को उसी दलदल में खींचने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें विरोधियों ने उन्हें पहले से खींच रखा है। चारा घोटाले में अदालत का सामना कर रहे राजद प्रमुख सृजन को बिहार का सबसे बड़ा घोटाला बताकर समर्थकों की सहानुभूति अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं।
नीतीश-सुशील मोदी को घेरने को ले तेजस्वी भी मुखर
तेजस्वी भी सृजन घोटाले के मुद्दे पर लगातार मुखर हैं। वे सीएम नीतीश कुमार एवं उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर लगातार हमले कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष भाजपा-जदयू की सरकार को कठघरे में खड़ा करने की तैयारी में हैं। तेजस्वी ने 27 अगस्त को ही पटना के गांधी मैदान की भाजपा भगाओ रैली के दौरान मंच से ही इस यात्रा का ऐलान कर रखा था। इसके पहले विधानमंडल के मानसून सत्र में भी राजद के विधायकों ने लगातार पांच दिनों तक इसी मुद्दे पर सदन में हंगामा किया था।