मंत्री रहते लालू ने की थी रेल लाइन बनाने की घोषणा, 15 साल में सर्वेक्षण से आगे ही नहीं बढ़ सकी
बिहटा से पालीगंज तक सात स्टेशनों तथा दूसरे चरण में पालीगंज से औरंगाबाद के बीच रेल लाइन निर्माण का निर्णय लिया गया था। पिछले बजट में निर्माण के लिए 25 करोड़ की राशि भी स्वीकृत की गई थी। परंतु रेललाइन निर्माण का कार्य फाइलों में ही धूल फांक रहा है।

चन्द्रशेखर, पटना। बिहटा से औरंगाबाद के बीच 118.45 किमी रेल लाइन निर्माण का काम 15 वर्षों में सर्वे से आगे नहीं बढ़ सका है। 16 अक्टूबर 2007 को तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने इस रेल लाइन के निर्माण की घोषणा व शिलान्यास किया था। इसके बाद इस रेल रूट का सर्वे कराया गया था। पहले चरण में बिहटा से पालीगंज तक सात स्टेशनों तथा दूसरे चरण में पालीगंज से औरंगाबाद के बीच रेल लाइन निर्माण का निर्णय लिया गया था। पिछले बजट में इस रेललाइन के निर्माण के लिए 25 करोड़ की राशि भी स्वीकृत की गई थी। परंतु रेललाइन निर्माण का कार्य फाइलों में ही धूल फांक रहा है।
एक फरवरी को पेश होने वाले आम बजट से इस क्षेत्र के लोगों की आस एक बार फिर जगी है। रेल अधिकारी इस रेलखंड के निर्माण को लेकर बहुत आशांवित नहीं हैं। उनका कहना है कि इस बार के बजट में इस रेलखंड के निर्माण की चर्चा होने की कम ही उम्मीद है। सर्वे का काम पिछले साल ही पूरा हो चुका है। इस बजट में भी अगर राशि नहीं मिली तो निर्माण कार्य अधर में लटक सकता है।
नई रेल लाइन के निर्माण कार्य में काफी तेजी
वहीं दूसरी ओर, नेउरा से दनियावां के लिए बन रही नई रेल लाइन के निर्माण कार्य में काफी तेजी आई है। पिछले बजट में इस रेल लाइन के निर्माण के लिए मोटी राशि की व्यवस्था की गई थी। नेउरा से जट डूमरी तक काम तेजी से हो रहा है। जट डूमरी के पास रेल ओवर ब्रिज बनना है। उम्मीद की जा रही है कि अगले साल के अंत तक अथवा 2024 के मार्च तक नेउरा से बिहारशरीफ होते हुए बरबीघा-शेखपुरा तक रेल लाइन का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। कोडरमा-रांची रेलखंड का निर्माण कार्य भी अंतिम चरणों में है। सिधवर से सांखी के बीच तीन सूरंग बननी है। यह काम तेजी से चल रहा है।
रेल परियोजनाएं जो फाइलों में तोड़ रहीं दम
- - बिहटा-औरंगाबाद रेल खंड
- - आरा-भभुआ रोड-मुंडेश्वरी
- - वैशाली-सुगौली रेलखंड
- - सीतामढ़ी-जयनगर वाया सुरसंड
- - मुजफ्फरपुर-कटरा-जनकपुर
- - गया-बोधगया-चतरा
- - मुजफ्फरपुर-दरभंगा रेलखंड
- - झाझा-बटिया रेलखंड
- - खगडिय़ा-कुशेश्वर स्थान
- - छपरा-मुजफ्फरपुर
- - दरभंगा -कुशेश्वर स्थान
- - मोतिहारी- सीतामढ़ी
- - सीतामढ़ी-जयनगर निर्मली वाया सुरसंड
- - डेहरी आन सोन- बंजारी
- - गया- डालटेनगंज वाया रफीगंज
- - नवादा-लक्ष्मीपुर
- - कुरसेला-बिहारीगंज
- - विक्रमशिला-कटरेछ
- - वजीरगंज-नटेसर वाया गहलौर
- - पारसनाथ-मधुवन-गिरीडीह
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