लालू का ट्विटर अटैक- गरीबों के घर डाका डाल अमीरों की तिज़ोरी भर रहे PM मोदी
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने नोटबंदी के खिलाफ पीएम मोदी पर फिर हमला किया है। ट्विटर पर उन्होंने कहा है कि गरीबों के घर डाका डाल अमीरों की तिज़ोरी भरी ...और पढ़ें

पटना [जेएनएन]। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने नोटबंदी के खिलाफ फिर पीएम मोदी पर अपना ट्विटर बम फोड़ा है। उन्होंने नोटबंदी के खिलाफ लोगों को अपने टिप्स भी दिए हैं।
आज ट्विटर पर लालू ने नाम लिए बगैर पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा है, ''गरीब से लाइन लगवाता है, चोरों का माल बचाता है। कैसा स्वांग रचाता है? कभी आंसू तो तो कभी ठहाके लगाता है। एक अन्य ट्वीट में वे लिखते हैं कि नोटबंदी की आड़ में गरीबों के घर डाका डाल, उन्हें बंधक बना अमीरों की तिज़ोरी भरी जा रही है।गरीब लाइन में हैं, अमीर उनके जमाधन से पार्टी कर रहे हैं।
नोटबंदी के खिलाफ अपना आंदोलन 28 दिसंबर को करेंगे। लेकिन, इसके पहले वे आम लोगों नोटबंदी के खिलाफ जागरूक करने की कोशिश में लगे हैं। इसके लिए उन्होंने राजद कार्यकर्ताओं को नोटबंदी के खिलाफ 15 प्वाइंट्स दिए हैं। इनमें कुछ उन्होंने ट्विटर पर भी शेयर किए हैं।नोटबंदी की आड़ में गरीबो के घर डाका डाल,उन्हें बंधक बना अमीरो की तिज़ोरी भरी जा रही है।गरीब लाइन में है,अमीर उनके जमाधन से पार्टी कर रहा है
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 24, 2016
लालू समय-समय पर अपने बयानों में इन प्वाइंट्स पर बालते रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने वाले सोशल साइट्स पर दिए उनके पोस्ट्स भी इनके इई-गिर्द घूमते रहे हैं।
नोटबंदी के खिलाफ लालू के प्वाइंट्स
- देश में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है।
- देश में गरीब व किसान-मजदूर परेशान हैं।
- देश की अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है।
- व्यापार खत्म हो गया है, व्यापारी परेशान हैं।
- देश की आर्थिक व्यवस्था ठप है और फुटकर व्यापारी मरने की कगार पर हैं।
- किसानों की बंपर फसल खराब हो गई है।
- रोजगार, उत्पादन, खपत और निवेश में भारी कमी आई है।
- देश के गैर संगठित क्षेत्र में कार्यरत 94 फीसद लोगों का रोजगार खतरे में है।
- 22 करोड़ लोगों की नौकरी गई।
- नकदी के रुप में प्रयोग होने वाला हर नोट काला धन नहीं होता। ज्यादातर वह पैसा है, जिसपर टैक्स दिया जा चुका है।
- नोटबंदी काला धन निकलवाने में असफल है।
- 30 करोड़ रुपये के नकली नोट खत्म करने के लिए 42000 करोड़ नए नोट छापने का आदेश देश पर खर्च का बोझ।
- भारत में केवल चार फीसद कालाधन नकदी में है। शेष 96 फीसद काले धन को छुपाने के लिए नोट बनाने का नाटक।
- गत 2.5 सालों में लाखों-करोड़ काला धन विदेशों में भिजवाने के बाद नोटबंदी का दिखावा।
- नोट का रंग और आकार बदलने से कालाधन और भ्रष्टाचार खत्म नहीं होने वाला।
गरीब से लाइन लगवाता है
चोरों का माल बचाता है कैसा स्वांग रचाता है कभी आँसू, तो कभी ठहाके लगाता है pic.twitter.com/djW05wts7e — Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 23, 2016

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