इधर JDU-BJP में तय हुई सीटों की बात, उधर कुशवाहा की तेजस्वी से मुलाकात
राजग में जदयू-भाजपा में सीटों के फॉर्मूला की घोषणा के बाद रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी यादव से मुलाकात की। उधर, लोजपा के चिराग पासवान ने फॉर्मूले का स्वागत किया।
By Amit AlokEdited By: Published: Fri, 26 Oct 2018 08:30 PM (IST)Updated: Sat, 27 Oct 2018 09:18 AM (IST)
पटना [जेएनएन]। बिहार में जदयू व भाजपा ने बराबर सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है। इसपर राजग की राजनीति गरमाती दिख रही है। राजग के घटक दल रालोसपा के मुखिया व केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने अरवल में बंद कमरे में तेजस्वी यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात को कुशवाहा ने गैर राजनीतिक बताया तो तेजस्वी यादव ने कहा कि समय आने पर मुलाकात की बातों का खुलासा किया जाएगा।
विदित हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को दिल्ली में हैं। वहां उन्होंने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, फिर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की। इसके बाद नीतीश कुमार व अमित शाह ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि भाजपा व जदयू बराबर सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। अमित शाह ने कहा कि गठबंधन के अन्य साथियों के लिए भी सम्मानजनक सीटें रहेंगी। इस घोषणा से जदयू को बड़ा फायदा होता दिख रहा है, जबकि भाजपा बड़े घाटे में रहेगी।
अरवल में उपेंद्र कुशवाहा से मिले तेजस्वी
दिल्ली में अमित शाह व नीतीश कुमार के संवाददाता सम्मेलन के ठीक बाद अरवल के सर्किट हाउस में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे व बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तथा रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा की बंद कमरे में मुलाकात हुई। इस मुलाकात को कुशवाहा ने 'संयोग' करार दिया, लेकिन यह भी जोड़ा कि सीटों की संख्या तय होने के बाद वे कोई बयान दे सकेंगे। फिलहाल कुछ बोलना मुश्किल है।
गौरतलब है कि कुशवाहा ने अमित शाह व नीतीश कुमार के बयान पर सहमति भी नहीं दी। उन्होंने यह नहीं कहा कि वे सीटों की संख्या को लेकर कोई त्याग करने को तैयार हैं।
तेजस्वी के बयान से बढ़ा सस्पेंस
कुशवाहा से मुलाकात पर तेजस्वी ने कहा कि बातचीत सकारात्मक रही। लेकिन यह बताना जरूरी नहीं कि क्या बात हुई। एक ही दिन में सबकुछ नहीं होता, धीरे-धीरे गाड़ी बढ़ती है। सबकुछ समय आने पर स्पष्ट हो जाएगा।
बलिदान को तैयार लोजपा
उधर, लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के बेटे तथा पार्टी सांसद चिराग पासवान ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि भाजपा गठबंधन का सबसे बड़ा दल है तो नीतीश कुमार लोकप्रिय मुख्यमंत्री तथा बड़ा चेहरा हैं। इसलिए दोनों दलों के प्रमुख नेताओं के बयान का वे स्वागत करते हैं। कहा कि बीते लोकसभा चुनाव से आज की स्थितियां भिन्न है, इसलिए घटक दलों को बलिदान करना होगा। भाजपा को ज्यादा बलिदान करना होगा। जहां तक लोजपा की बात है, पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देाबारा प्रधानमंत्री बनाने के लिए बलिदान के लिए तैयार है।
विदित हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को दिल्ली में हैं। वहां उन्होंने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, फिर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की। इसके बाद नीतीश कुमार व अमित शाह ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि भाजपा व जदयू बराबर सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। अमित शाह ने कहा कि गठबंधन के अन्य साथियों के लिए भी सम्मानजनक सीटें रहेंगी। इस घोषणा से जदयू को बड़ा फायदा होता दिख रहा है, जबकि भाजपा बड़े घाटे में रहेगी।
अरवल में उपेंद्र कुशवाहा से मिले तेजस्वी
दिल्ली में अमित शाह व नीतीश कुमार के संवाददाता सम्मेलन के ठीक बाद अरवल के सर्किट हाउस में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे व बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तथा रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा की बंद कमरे में मुलाकात हुई। इस मुलाकात को कुशवाहा ने 'संयोग' करार दिया, लेकिन यह भी जोड़ा कि सीटों की संख्या तय होने के बाद वे कोई बयान दे सकेंगे। फिलहाल कुछ बोलना मुश्किल है।
गौरतलब है कि कुशवाहा ने अमित शाह व नीतीश कुमार के बयान पर सहमति भी नहीं दी। उन्होंने यह नहीं कहा कि वे सीटों की संख्या को लेकर कोई त्याग करने को तैयार हैं।
तेजस्वी के बयान से बढ़ा सस्पेंस
कुशवाहा से मुलाकात पर तेजस्वी ने कहा कि बातचीत सकारात्मक रही। लेकिन यह बताना जरूरी नहीं कि क्या बात हुई। एक ही दिन में सबकुछ नहीं होता, धीरे-धीरे गाड़ी बढ़ती है। सबकुछ समय आने पर स्पष्ट हो जाएगा।
बलिदान को तैयार लोजपा
उधर, लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के बेटे तथा पार्टी सांसद चिराग पासवान ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि भाजपा गठबंधन का सबसे बड़ा दल है तो नीतीश कुमार लोकप्रिय मुख्यमंत्री तथा बड़ा चेहरा हैं। इसलिए दोनों दलों के प्रमुख नेताओं के बयान का वे स्वागत करते हैं। कहा कि बीते लोकसभा चुनाव से आज की स्थितियां भिन्न है, इसलिए घटक दलों को बलिदान करना होगा। भाजपा को ज्यादा बलिदान करना होगा। जहां तक लोजपा की बात है, पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देाबारा प्रधानमंत्री बनाने के लिए बलिदान के लिए तैयार है।
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