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    Bihar Chunav 2020: बिहार में बदलाव चाहती ये चर्चित देवियां, आज इनका भाग्य भी ईवीएम में हो गया लॉक

    By MritunjayEdited By:
    Updated: Sat, 07 Nov 2020 06:35 PM (IST)

    Bihar Chunav 2020 बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में कई महत्वपूर्ण चेहरे चुनाव लड़ रहे हैं जिनपर पर पूरे बिहार की नजर हैं। इनमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं। ये महिलाएं जदयू-भाजपा गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ रहीं हैं।

    रितू जायसवाल, सुभाषिणी यादव बुंदेला, कोमल सिंह और लवली आनंद।

    पटना, जेएनएन। Bihar Chunav 2020 अंतिम चरण में बिहार विधानसभा की 78 सीटों पर शनिवार को मतदान हुआ। इस चरण में कई महत्वपूर्ण चेहरे चुनाव लड़ रहे हैं जिनपर पर पूरे बिहार की नजर हैं। इनमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं। ये महिलाएं जदयू-भाजपा गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ रहीं हैं। चुनाव प्रचार के दाैरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ तीखे हमले करते नजर आईं। शनिवार को बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान खत्म होते ही नीतीश का विरोध करने वाली महिलाओं का भाग्य ईवीएम में लॉक हो जाएगा। आइए, जानते हैं प्रमुख महिला प्रत्याशियों के बारे में जिन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ विरोध झंडा उठा रखा है। 

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    चैंपियंस ऑफ चेंज बिहार रितू जायसवाल ने की बगावत

    सीतामढ़ी जदयू की महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष रह चुकी रितू जायसवाल राजद के टिकट पर परिहार विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं। सोनबरसा प्रखंड की सिंहवाहिनी पंचायत की मुखिया रितू को अपनी पंचायत में आदर्श स्थापित करने के लिए ढेरों पुरस्कार मिल चुके हैं। चैंपियंस ऑफ चेंज पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुकी हैं। कभी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते नहीं थकती थी। चुनाव से पहले जदयू से नाता तोड़ लिया। रितू के पति आइआरएस अधिकारी रहे हैं। रितू की जीत के लिए 5 नवंबर को राजद के सीएम फेस तेजस्वी यादव ने परिहार में जनसभा की थी।

    पिता के अपमान का बदला लेने के लिए सुभाषिणी मैदान में

    जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव की बेटी सुभाषिणी बुंदेला मधेपुरा जिले के बिहारीगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही है। बिहारीगंज में भी तीसरे चरण में मतदान है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शरद यादव को जदयू की राजनीति में किनारे लगाया। इससे सुभाषिणी काफी नाराज हैं। वह चाचा नीतीश से बदला लेना चाहती है। नीतीश को मुख्यमंत्री पद से हटना चाहती है। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। हालांकि सुभाषिणी ने सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है। 

    लवली आनंद भी मैदान में

    बीपीपा के संस्थापक आनंद मोहन की पत्नी पूर्व सांसद लवली आनंद सहरसा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं। इनके लिए राजद विधायक दल के नेता तेजस्वी यादव सभा कर चुके हैं। सहरसा में भी 7 नवंबर को मतदान है। चुनाव प्रचार के दाैरान लवली ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपने पति आनंद मोहन को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। अपने पति को सहरसा जेल से भागलपुर जेल शिफ्ट किए जाने को लेकर नाराज हैं।

    पिता के निलंबन के बाद नीतीश के खिलाफ टफ हुई कोमल

    मुजफ्फरपुर के गायघाट विधानसभा सीट पर लोजपा के टिकट पर कोमल सिंह चुनाव लड़ रही हैं। इनके पिता दिनेश सिंह जदयू के एमएलसी हैं। सिंह जदयू से टिकट चाहते थे। नहीं मिलने पर लोजपा के टिकट पर बेटी को गायघाट के चुनावी मैदान में उतार दिया। बेटी कोमल की जीत के लिए दिनेश सिंह ने प्रचार अभियान चलाया। इसके बाद जदयू ने दिनेश सिंह को पार्टी से निलंबित कर दिया। इसके बाद कोमल सिंह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ टफ हो गई हैं। वह नीतीश को मुख्यमंत्री पद से हटाना चाहती हैं।