Khesari Lal Yadav: 'जिसका डर था, वही हुआ', खेसारी लाल यादव ने BPSC अभ्यर्थियों को चेताया, दे डाली नसीहत
BPSC Protest बिहार में बीपीएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन को अब जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर आगे बढ़ा रहे हैं। प्रशांत किशोर लगातार अनशन पर बैठे हुए हैं। अस्पताल में भी कुछ भी खाने से इनकार कर रहे हैं। वहीं अब इस मसले पर खेसारी लाल यादव का बयान सामने आया है। खेसारी लाल यादव ने नेताओं और कोचिंग संचालकों से नाराजगी जताई है।
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar News: बिहार में बीपीएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन को लेकर भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव का बड़ा बयान सामने आया है। खेसारी लाल यादव ने अपने एक्स हैंडल से पोस्ट करते हुए नेताओं और कोचिंग संचालकों पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों को नसीहत भी दी है।
खेसारी ने यह भी बताया कि आखिर उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन में भाग क्यों नहीं लिया? उन्होंने बिना नाम लेते हुए प्रशांत किशोर और खान सर जैसे कोचिंग संचालकों पर कई आरोप लगाए हैं।
खेसारी बोले- जिसका डर था, वही हुआ
खेसारी लाल यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि जिसका डर था, वही हुआ। कल नेता फिर अपना नया ठिकाना खोज लेंगे, कोचिंग वाले का दुकान चलने लगा होगा। मीडिया फिर कहीं ब्रेकिंग चला देगी लेकिनबस बिहार के छात्र ही पिसे और आगे भी पिस रहे हैं। एक आंदोलन को कुचल दिया इन सबने मिलकर। लानत है इन लोगों पर।
बीपीएससी अभ्यर्थियों का विरोध
खेसारी ने आंदोलन में भाग क्यों नहीं लिया, खुद बताया
खेसारी लाल यादव ने एक और पोस्ट करते हुए कहा कि पिछले कुछ समय से यह सवाल उठ रहा है कि खेसारी ग्राउंड पर क्यों नहीं आया? इसका जवाब अब स्पष्ट हो गया न! खेसारी अगर ग्राउंड पर आता, तो खेसारी को मीडिया पहले दिखाती, आपको और आंदोलन को बाद में!
आपके मुद्दे दब जाते और खेसारी को मीडिया हाईलाइट कराती। यह ठीक वैसे ही हुआ जैसे आज बीपीएससी का अहम मुद्दा पीछे चला गया आ मीडिया किसी और को दिखा रही है।
आज हम दूसरों के झंडे के अंदर आंदोलन को आगे बढ़ा रहे
सोचिए, आज बीपीएससी के मुद्दे को कितनी मीडिया कवरेज मिल रही है? हर तरफ बस एम्बुलेंस, हॉस्पिटल, थाना और जो नए नए नेता बने है उनकी खबरें छप रही हैं। यह वही स्थिति है, जिसके बारे में हम पहले से आगाह किये थे, "अपना झंडा और डंडा लेकर आगे बढ़ो!"
लेकिन आज हम दूसरों के झंडे के पीछे चले और नतीजा यह हुआ कि बीपीएससी का मूल मुद्दा कहीं खो गया। इसलिए सवारी नहीं, गाड़ी बन जाओ,बिहार के लिए बस एक बार बिहारी बन जाओ।
खेसारी हर जगह आपकी आवाज बनकर खड़ा मिलेगा
खेसारी ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि आप जहां खोजियेगा, वहां आपको खेसारी आपकी आवाज बनकर खड़ा मिलेगा। मैं ना नौकरी दे सकता हूं, ना घर में अनाज पंहुचा सकता हूं, लेकिन मैं अपनी क्षमता अनुसार हर परेशान भाइयों की आवाज जरूर बन सकता हूँ।
हम जब हम दूसरे राज्यों में होते हैं, तो हम बिहारी होते हैं, लेकिन जब अपने घर बिहार में आते हैं, तो जात-पात की दीवारें हमें अलग-अलग कर देती हैं। इसका राजनीतिकरण होने से बचिए और बचाइए, बात बिहार के आने वाले कल की है!
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