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    पीएम मोदी के खिलाफ विपक्षी एकता की कोशिश में बिहार पहुंचे केसीआर, क्‍या यूपीए के पीएम फेस बनेंगे सीएम नीतीश?

    By Amit AlokEdited By:
    Updated: Wed, 31 Aug 2022 02:16 PM (IST)

    KCR in Bihar पीएम नरेंद्र मोदी एवं बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकता की कोशिश में केसीआर की अहम भूमिका है। सवाल यह भी है कि क्‍या यूपीए में कोई गैर कांग्रेसी पीएम फेस बनेगा? क्‍या सीएम नीतीश विपक्ष के नेता व पीएम फेस बनेंगे?

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    KCR in Bihar: पीएम मोदी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार एवं तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव। फाइल तस्‍वीरें।

    पटना, आनलाइन डेस्‍क। KCR in Bihar: बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के खिलाफ बड़ा चेहरा बनकर उभरे हैं। बिहार में जिस तरह जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होकर तथा राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) व कांग्रेस (Congress) सहित अन्‍य दलों के साथ मिलकर बीजेपी का गेम ओवर कर दिया, उसके बाद मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री चेहरा (PM Face) के रूप में देखा जा रहा है। बड़ा सवाल यह है कि क्‍या नीतीश कुमार विपक्ष के संयुक्‍त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) के पीएम फेस बन पाएंगे?

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    आज तेलंगाना के मुख्‍यमंत्री एवं टीआरएस (TRS) प्रमुख के चंद्रशेखर राव (K Chandrashekhar Rao or KCR) की पटना में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात होने जा रही है। इस मुलाकात को विपक्षी एकता के लिहाज से अहम माना जा रहा है। केसीआर पटना पहुंच चुके हैं।

    गौर करने लायक है बिहार दौरे की टाइमिंग

    केसीआर आधिकारिक तौर पर गलवान घाटी में शहीद सैनिकों के स्‍वजनों को आर्थिक सहायता देने आए हैं, लेकिन उनके बिहार दौरे की टाइमिंग गौर करने लायक है। साल 2014 में तेलंगाना का मुख्‍यमंत्री बनने के बाद तथा नीतीश कुमार के एनडीए छोड़ने के तुरंत बाद उनकी यह पहली बिहार यात्रा है।

    देश में मजबूत विपक्ष को ले कर रहे प्रयास

    टीआरएस प्रमुख केसीआर राष्ट्रीय स्तर पर पीएम मोदी एवं बीजेपी के खिलाफ मजबूत विपक्ष के लिए लगातार प्रयास करते रहे हैं। उन्‍होंने 'बीजेपी मुक्त भारत' का नारा भी दिया है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने भी 'आरएसएस मुक्त भारत' का नारा दिया था। हालांकि, बाद में वे बीजेपी के साथ हो गए। अब बीजेपी का साथ छोड़ने के बाद नीतीश कुमार फिर बीजेपी-आरएसएस के खिलाफ हैं तथा विपक्षी एकता की बात करते दिख रहे हैं। इसी पृष्‍ठभूमि में चंद्रशेखर राव बिहार आकर नीतीश कुमार से मिल रहे हैं।

    लालू व तेजस्‍वी से मिल सकते हैं केसीआर

    विपक्षी एकता में बिहार की भूमिका को समझते हुए केसीआर ने इसी साल जनवरी में तत्‍कालीन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से उनकी हैदराबाद यात्रा के दौरान मुलाकात की भी। उस वक्‍त भी दोनों नेताओं के बीच विपक्षी एकता पर बात हुई थी। अब बदले हालात में तेजस्‍वी बिहार की नीतीश कुमार सरकार में उपमुख्‍यमंत्री हैं। माना जा रहा है कि केसीआर पटना में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एवं उपमुख्‍यमंत्री तेजस्‍वी यादव से भी मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात की संभावना को लेकर आरजेडी के राज्‍यसभा सदस्‍य मनोज झा कहते हैं कि चंद्रशेखर राव व लालू यादव पुराने दोस्‍त रहे हैं।

    विपक्ष के अंतर्विरोध की खड़ी बड़ी चुनौती

    दैनिक जागरण के बिहार ब्‍यूरो प्रमुख अरविंद शर्मा मानते हैं कि नीतीश कुमार एवं केसीआर की मुलाकात में विपक्षी एकजुटता की कोशिश होगी, लेकिन इस एकजुटता के अलग-अलग राज्‍यों में कई क्षत्रप हैं। वे अपने स्‍थानीय हितों की रक्षा के लिए राष्ट्रीय गठबंधन चाहते हैं। केसीआर की ही बात करें तो उन्‍हें तेलंगाना में बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस से भी लड़ना है और कांग्रेस के बिना विपक्ष का राष्‍ट्रीय चेहरा बनता नही है। ऐसे में विपक्ष के अंतर्विरोध की खाई को पाटना नामुमकिन नहीं तो कठिन जरूर है।

    नीतीश कुमार में पीएम बनने की योग्‍यता

    सवाल यह कि ऐसे में क्‍या कोई गैर-कांग्रेसी नेता विपक्षी एकता का सूत्रधार बनेगा? मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और केसीआर के लिए कांग्रेस को ऐसे किसी नेता के नाम पर राजी करना बड़ी चुनौती है। जहां तक नीतीश कुमार के विपक्ष का प्रधानमंत्री चेहरा बनने की बात है, जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह सधे लहजे में कहते हैं कि नीतीश कुमार में पीएम बनने की सभी योग्‍यता है, लेकिन वे पीएम पद के उम्‍मीदवार नहीं हैं। नीतीश कुमार तो केवल यह चाहते हैं कि अगले चुनाव में एकजुट विपक्ष बीजेपी काे पराजित करे। इसके लिए नीतीश कुमार जो भी बन सकेगा, करेंगे।

    जेडीयू की बैठक में आगे के लिए फैसला

    जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्‍ट्रीय परिषद की तीन व चार सितंबर को होने वाली बैठक के बाद अगले लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार की भूमिका को लेकर ज्यादा साफ तस्‍वीर सामने आएगी। ललन सिंह कहते हैं कि विपक्ष की एकजुटता की कोशिशें जारी रहेंगी। बैठक के बाद इसमें तेजी आएगी।

    पीएम बनना चाहते विपक्ष के सभी नेता

    विपक्ष की कोशिश अपनी जगह, बीजेपी इसे तवज्‍जो देती नहीं दिख रही। बीजेपी नेता रितुराज सिन्हा कहते हैं कि नीतीश कुमार हो या के चंद्रशेखर राव, विपक्ष के नेता सपने देख रहे हैं। पीएम पद की कोई वैकेंसी नहीं है। विपक्ष में सभी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं।