Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    KC Tyagi: केसी त्यागी जदयू की जिम्मेदारियों से हटना चाहते थे; पर विदाई का यह अंदाज नहीं आया पसंद, कही ये बात

    जदयू ने मंगलवार को केंद्रीय पदाधिकारियों की सूची जारी की थी। इसमें राष्ट्रीय प्रधान महासचिव और प्रवक्ता के रूप में केसी त्यागी का नाम नहीं था। पार्टी ने इसके अगले दिन अपनी ओर से आधिकारिक वक्तव्य भी जारी किया।

    By Arun AsheshEdited By: Yogesh SahuUpdated: Thu, 23 Mar 2023 12:18 AM (IST)
    Hero Image
    KC Tyagi: केसी त्यागी जदयू की जिम्मेदारियों से हटना चाहते थे, लेकिन विदाई का यह अंदाज नहीं आया पसंद

    राज्य ब्यूरो, पटना। स्थापना काल से जदयू के पदाधिकारी रहे केसी त्यागी खुद सांगठनिक कार्यों से अलग होना चाह रहे थे।

    उन्हें पद न देकर पार्टी नेतृत्व ने उनकी इच्छा का सम्मान किया, लेकिन उन्हें पद से विदाई का अंदाज पसंद नहीं आया।

    पद से हटने की सूचना मीडिया से मिली। आहत भावना का ध्यान रखते हुए जदयू ने बुधवार को सफाई भी दी-केसी त्यागी पार्टी के मजबूत स्तंभ के रूप में बने रहेंगे।

    राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद खान ने कहा- त्यागी के पद से हटने के बारे में मीडिया गलत संदेश प्रसारित कर रही है। 

    बता दें कि जदयू ने मंगलवार को केंद्रीय पदाधिकारियों की सूची जारी की थी। इसमें राष्ट्रीय प्रधान महासचिव और प्रवक्ता के रूप में केसी त्यागी का नाम नहीं था।

    पार्टी ने इसके अगले दिन अपनी ओर से आधिकारिक वक्तव्य भी जारी किया। इसके मुताबिक, पिछले साल 10 दिसंबर को आयोजित राष्ट्रीय परिषद की बैठक में त्यागी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सांगठनिक कार्यों से मुक्त करने का आग्रह किया था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उनके बार-बार के अनुरोध पर सांगठनिक जिम्मेदारी से मुक्त किया गया है। वे जदयू के सर्वोच्च नेता नीतीश कुमार के साथ पार्टी के मजबूत स्तंभ बने रहेंगे।

    क्या बोले केसी त्यागी

    पूर्व सांसद  केसी त्यागी ने कहा कि वह 22 साल तक जदयू में पदाधिकारी रहे। उससे पहले चौधरी चरण सिंह और जार्ज फर्नांडीज के साथ संगठन के पदधारक रहे हैं।

    कुल 48 साल का सांगठनिक अनुभव है। अब संगठन से जुड़े रहने की इच्छा नहीं है। आरसीपी सिंह के अध्यक्ष रहने के समय भी उन्होंने संगठन से मुक्त करने का आग्रह किया था।

    आरसीपी के बाद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष बने, लेकिन पदाधिकारियों का बदलाव नहीं हुआ था। अब बदलाव हुआ।

    हम संगठन में नहीं हैं। केसी त्यागी ने कहा कि सूची में मेरा नाम नहीं है। यह सूचना मुझे पहले मिल जाती, तो अच्छा लगता।

    नए पदाधिकारियों की सूची में यह जिक्र रहता कि हमारी इच्छा का सम्मान करते हुए पदमुक्त किया जा रहा है, तो यह और अच्छा लगता।