Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Kaimur Gaya Road Project: पेड़ 70 हजार या फिर 30 हजार? इस गिनती के फेर में अटकी पड़ी है 160 KM लंबी सड़क

    Updated: Tue, 30 Jul 2024 11:41 AM (IST)

    कैमूर होते हुए गया तक जाने वाली सड़क का निर्माण पेड़ों की गिनती को लेकर अटका पड़ा है। वन विभाग व एनएचएआइ केवन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का कहना है कि जिस एलाइनमेंट पर यह सड़क बन रही है उसके रास्ते में 70 हजार पेड़ आ रहे हैं। वहीं एनएचएआई का कहना है कि पेड़ केवल 30 हजार हैं।

    Hero Image
    कैमूर और गया के बीच सड़क का निर्माण पेड़ों की गिनती के कारण अटका पड़ा है। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    राज्य ब्यूरो, पटना। पेड़ 70 हजार हैं या फिर 30 हजार, इस गिनती के फेर में वाराणसी से कोलकाता के बीच जीटी रोड के समानांतर बनने वाली राष्ट्रीय उच्च पथ की सड़क अटक गई है। बिहार में कैमूर होते हुए यह सड़क गया के रास्ते आगे बढ़नी है और इसकी लंबाई 160 किमी है। सड़क का निर्माण फिलहाल ठप है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अपने-अपने तर्क

    वन विभाग व एनएचएआइ केवन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का कहना है कि जिस एलाइनमेंट पर यह सड़क बन रही है, उसके रास्ते में 70 हजार पेड़ आ रहे हैं। सड़क का निर्माण हुआ तो इसे काटना पड़ेगा।

    वहीं, सड़क का निर्माण करा रही राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण (एनएचएआई) का कहना है कि पेड़ केवल 30 हजार हैं।

    एलिवेटेड कॉरिडोर पर भी आपत्ति

    एनएचएआई का कहना है कि वह इस सड़क को उस हिस्से में एलिवेटेड कॉरिडोर के रूप में विकसित करने को तैयार है। किंतु, वन विभाग को यह मंजूर नहीं है। वन विभाग का कहना है कि वह जीटी रोड के समानांतर सड़क का निर्माण कर ले। सड़क निर्माण का आर्थिक पहलू यह है कि जहां पहले से सड़क अस्तित्व में है, वहां पहले से ही आर्थिक गतिविधि अपने चरम पर है, इसलिए उसके समानांतर नयी सड़क का निर्माण होने से वहां आर्थिक गतिविधि नहीं होगी।

    एलाइनमेंट बदलने को कह रहा वन विभाग

    वन विभाग ने एक अन्य प्रस्ताव दिया है कि सड़क का एलायनमेंट बदलकर उसे और दक्षिण दिशा में कर दिया जाए। अगर इस प्रस्ताव पर काम होता है तो यह सड़क बिहार की जगह झारखंड में चली जाएगी। इसलिए वर्तमान एलायनमेंट से 20 किमी दूर बढ़कर इसके निर्माण में कई नयी समस्याएं सामने आएंगी।

    चार वर्ष पहले इस सड़क को मिली थी मंजूरी

    चार वर्ष पहले इस सड़क को मंजूरी मिली थी। बिहार में यह कैमूर में चांद के पास से शुरू होती है। चांद होते हुए यह गया पहुंचेगी। आपत्ति गया के उस वन क्षेत्र को लेकर है जो सड़क के किनारे है। अभी तक यह मामला सुलझ नहीं सका है, इस वजह से सड़क का निर्माण अटका पड़ा है।

    ये भी पढ़ें- राजगीर और किउल से पटना के लिए चलाई जाएंगी पैसेंजर स्पेशल ट्रेन, एक क्लिक में पढ़ें रूट और टाइमिंग

    ये भी पढ़ें- Patna Metro Update: विधानसभा चुनाव से पहले हो सकता है पटना मेट्रो का ट्रायल रन, डिपो में अगस्त से बिछेगा ट्रैक