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    सुबह-शाम आधा कप पीयें षडंग पानी, बचे रहेंगे गर्मी के प्रकोप से, पटना के चिकित्‍सक बता रहे तरीका

    By Vyas ChandraEdited By:
    Updated: Mon, 21 Mar 2022 06:50 AM (IST)

    खस लाल चंदन धनिया सोंठ मोथा और लटजीरा जैसे पौधाें को उबाल सुबह-शाम आधा कप पीने के कई फायदे। धूप में जाने पर भी प्यास लगेगी कम। पेट व आंत के अलावा चर्म ...और पढ़ें

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    घरेलू सामान का उपयोग बचाएगा बीमारियों से। सांकेतिक तस्‍वीर

    पटना, जागरण संवाददाता। हर वर्ष गर्मी अपने साथ स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं लेकर आती है। इस मौसम में जो लोग बाहर बढ़ती तपिश के साथ संतुलन नहीं बना पाते उन्हें कई प्रकार की शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। राजकीय आयुर्वेदिक कालेज पटना में रोग निदान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. अमरेंद्र कुमार सिंह के अनुसार यदि हर दिन सुबह-शाम आधा कप षडंग पानी का सेवन किया जाए तो बार-बार प्यास लगना, मुंह सूखना, अत्यधिक पसीना, आलस्य, चिड़चिड़ेपन के अलावा पेट के संक्रमण व अन्य गर्मीजनित रोगों से आसानी से बचा जा सकता है। इसके अलावा छांछ, सत्तू, नारियल पानी, नींबू पानी, खीरा-ककड़ी आदि का सेवन काफी फायदेमंद होता है। कार्बोनेट युक्त कोल्ड ड्रिंक्स और बर्फ या अधिक ठंडी चीजों का सेवन भी नुकसानदेह साबित होता है।

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    इस वर्ष कुछ ज्‍यादा ही सताएगी गर्मी

    डा. अमरेंद्र कुमार सिंह के अनुसार इस वर्ष होली के पहले से ही मई-जून जैसी तपिश सताने लगी है। धूप में काम करने वालों का शरीर जलना शुरू हो गया है। बार-बार पानी पीने पर न तो प्यास बुझ रही है और न ही रात में पंखा चलाने के बाद उमस के कारण ठीक से नींद आ रही है। पसीने के साथ त्वचा पर चकत्ते, त्वचा झुलसने, आलस्य के साथ पेट में संक्रमण के रोगी बढ़ने लगे हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार इस वर्ष गर्मी कुछ ज्यादा ही सताएगी। ऐसे में यदि लाल चंदन, धनिया, सोंठ, खस, मोथा और लटजीरा को उबाल कर रख लिया जाए और सुबह-शाम आधा-आधा कप का सेवन किया जाए तो धूप में जाने पर भी बार-बार प्यास नहीं लगेगी। इसके अलावा गर्मीजनित तमाम रोगों से काफी हद तक सुरक्षित रहा जा सकता है। इसके अलावा शरीर के अंदर व बाहर पानी की कमी होती है उसका संतुलन बनाकर रखें और सीधी धूप से बचें।

    गर्मीजनित रोगों से बचाव को ऐसे रखें खुद को ठंडा 

    • सुबह ठंडे पानी से नहाएं और पुदीने की पत्तियाें को उबाल कर ठंडे किए पानी को पूरे शरीर में लगाएं। इससे दिमाग शांत रहेगा और पसीने की बदबू से भी बचाव होगा।
    • ठंडक के लिए ठंडे बोतलबंद जूस या कार्बोनेटेड पेय पदार्थ नहीं पिएं। इससे हाजमा खराब होगा और इम्युन पावर कमजोर होगा।
    • बर्फ या अधिक ठंडे पेय पदार्थ पाचन तंत्र पर दुष्प्रभाव डालते हैं, मटके का पानी या सामान्य तापमान पर रखे ताजा फलों के रस, शरबत, लस्सी, छांछ, सत्तू, आमपना आपकों स्फूर्ति देते हैं।
    • जौ, मूंग, मसूर, दही, छाछ, शर्बत, सत्तू, मौसमी फलों का रस, तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, गन्ने का रस, नारियल व नींबू पानी, शिकंजी, पुदीना, आम, खीरा, कच्चा प्याज आदि पेट को साफ कर उसकी गर्मी शांत करने में उपयोगी हैं।
    • गर्मी के मौसम में खट्टे और मसालेदार खानपान व फास्टफूड से बचें। ब्रोकली, तोरई, लौकी, कटहल, सहजन जैसी सब्जियां उपयोगी होती हैं।
    • शरीर को ठंडा रखने वाले मसालों जैसे पुदीना, सौंफ, चक्र फूल और इलायची का इस्तेमाल खाना बनाने में करें।
    • गर्म तासीर वाली चीजों जैसे टमाटर, काली मिर्च, मूली, प्याज, लहसुन और पालक खाने से बचना चाहिए।
    • सूरज की सीधी तेज धूप से खुद को बचाएं, अच्छी सनस्क्रीन के साथ आयुर्वेदिक फेसवाश व फेसपैक भी चेहरे को धूप के प्रभाव से बचाने में उपयोगी हैं।
    • सूरज की सीधी किरणों के दुष्प्रभाव से आंखों को बचाने के लिए काला चश्मा पहनें।

    भारी व्यायाम कम कर योग-प्राणायाम पर दें जोर

    डा. अमरेंद्र कुमार सिंह के अनुसार गर्मियों में शरीर के लिए सबसे बेहतर व्यायाम तैराकी है। इससे न सिर्फ शरीर को ठंडक मिलती है बल्कि मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। भारी व्यायाम काफी कम कर देना चाहिए। जो लोग सुबह-शाम पार्क में टहलने जाते हैं, वे उसका समय आधा कर शेष समय योग-ध्यान व प्राणायाम करें। गर्मी में प्राणायाम ज्यादा फायदेमंद साबित होते हैं।

    पानी पीने में भी सावधानी जरूरी

    धूप से आने पर तेज प्याज लगना लाजमी है लेकिन तुरंत पानी नहीं पिएं। बहुत ठंडा पानी तो कतई नहीं पिएं। घड़े का पानी उत्तम है। जितना अधिक पानी पिएंगे, गर्मीजनित रोगों से उतना ही सुरक्षित रहेंगे। इसके अलावा खाने में तला-भुना, चटपटा-मसालेदार, तेज मिर्च, अचार, बेसन और मैदे से बनी चीजों, राजमा-छोले, भैंस के दूध, सिघाड़ा आदि का त्याग करें। चिकने पदार्थ भी कम खाएं। खाने के तुरंत बाद या बीच में ठंडा पानी नहीं पिएं। खाने के आधे घंटे बाद घूंट-घूंट कर पानी पिएं। यदि गुनगुना पानी हो तो सबसे बेहतर है। भोजन के बाद तुरंत सोएं या लेटे नहीं। खाने के एक घंटे बाद एक घंटे आराम कर सकते हैं।