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    बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन में फूट! अकेले मैदान में उतरेगी JMM, राजद-कांग्रेस पर लगाया धोखे का आरोप

    Updated: Sat, 18 Oct 2025 07:07 PM (IST)

    झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने राजद और कांग्रेस पर बिहार चुनाव में धोखा देने का आरोप लगाया है। झामुमो बिहार में छह सीटों पर चुनाव लड़ेगा और सीटों की संख्या बढ़ भी सकती है। झामुमो ने राजद को झारखंड में सम्मान दिया, लेकिन बिहार में धोखा मिला। बिहार चुनाव के बाद झारखंड में गठबंधन की समीक्षा होगी। झामुमो बिहार में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराना चाहता है।

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    राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने गठबंधन के प्रमुख सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस पर बिहार विधानसभा चुनाव में धोखा देने का गंभीर आरोप लगाया है।

    झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि राजद ने बार-बार आश्वासन देकर झामुमो को ठगा, जिसके चलते पार्टी ने बिहार में छह सीटों—चकाई, धमदाहा, कटोरिया, मनिहारी, जमुई और पीरपैंती—पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

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    इनमें कटोरिया और मनिहारी अनुसूचित जनजाति (एसटी) आरक्षित सीटें हैं, जबकि पीरपैंती अनुसूचित जाति (एससी) सीट है। सुप्रियो ने बताया कि आगामी दिनों में सीटों की संख्या 10 तक बढ़ सकती है।

    झारखंड में राजद को दिया सम्मान, बिहार में मिला धोखा

    सुप्रियो ने कहा कि झारखंड में झामुमो ने हमेशा राजद को सम्मान दिया। 2019 के विधानसभा चुनाव में राजद को सात सीटें दी गईं, जिनमें से एकमात्र विजयी उम्मीदवार सत्यानंद भोक्ता को पांच साल तक कैबिनेट मंत्री बनाया गया।

    मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से सम्मान दिया और हर कार्यक्रम में महत्वपूर्ण स्थान दिया। 2024 के चुनाव में राजद को छह सीटें दी गईं, जिनमें चार उम्मीदवार जीते और एक को महत्वपूर्ण विभाग के साथ कैबिनेट मंत्री बनाया गया।

    सुप्रियो ने कहा, "हमने राजद को झारखंड में पूरा सम्मान दिया, लेकिन बिहार में हमें बार-बार इंतजार करने की नसीहतें मिलीं। झामुमो सब कुछ बर्दाश्त कर सकता है, लेकिन सम्मान से समझौता नहीं।"

    बिहार चुनाव के बाद झारखंड में गठबंधन की होगी समीक्षा

    सुप्रियो ने कहा कि झामुमो ने हमेशा इंडिया गठबंधन का साथ दिया, लेकिन बिहार में सम्मान को ठेस पहुंचाने की वजह से अब पार्टी बिहार में मजबूती से चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा, "हम गुरुजी (शिबू सोरेन) के आदर्शों पर चलते हैं, जो कहते हैं कि सबका सम्मान करो, लेकिन सम्मान के साथ खिलवाड़ करने वालों से संघर्ष करो।"

    सुप्रियो ने दावा किया कि बिहार में झामुमो का मजबूत आधार है और पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करने के लिए बहुकोणीय लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने कहा कि बिहार में ऐसी स्थिति बनाई जाएगी कि झामुमो के बिना सरकार बनाना मुश्किल हो। बिहार चुनाव के बाद झारखंड में इंडिया गठबंधन की समीक्षा की जाएगी।

    हेमंत-कल्पना समेत 20 स्टार प्रचारक करेंगे बिहार में प्रचार

    झामुमो ने बिहार चुनाव के लिए 20 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है, जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विधायक कल्पना सोरेन, बंसत सोरेन, प्रो. स्टीफन मरांडी, मो. ताजुद्दीन, उदय शंकर सिंह, हेमलाल मुर्मू, मंत्री दिपक बिरूआ, सुदिव्य कुमार सोनू, हफीजुल अंसारी, सांसद विजय हांसदा, सुप्रियो भट्टाचार्य, विनोद कुमार पांडेय, अभिषेक प्रसाद पिंटू, फागू बेसरा, पंकज मिश्रा और सुनील श्रीवास्तव शामिल हैं। इस सूची की जानकारी चुनाव आयोग को दे दी गई है।

    पार्टी का लक्ष्य: बिहार में मजबूत उपस्थिति

    सुप्रियो ने कहा कि भले ही झामुमो बिहार में मान्यता प्राप्त पार्टी नहीं है, लेकिन वह मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी। पार्टी का लक्ष्य बिहार में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराना और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करना है।