संतान की लंबी उम्र के लिए जिउतिया निर्जला व्रत कल, नहाय-खाय आज, जानिए पंचांग के अनुसार कब है शुभ मुहूर्त
Jitiya Vrat 2023 संतान की लंबी उम्र की कामना के लिए किया जाने वाला व्रत आज से शुरू हो रहा है। लेकिन इसके शुभ मुहूर्त को लेकर संशय की स्थिति है। मिथिला व बनारसी पंचांग के मुताबिक जिउतिया का पर्व छह अक्टूबर को है तो वहीं कुछ जगहों पर सात को है। शनिवार को सूर्योदय के बाद महिलाएं पारण करेंगी।

जागरण संवाददाता, पटना। संतान की लंबी उम्र की कामना को लेकर महिलाएं जिउतिया व्रत करेंगी। इस बार जिउतिया व्रत की तिथि को लेकर संशय है। मिथिला व बनारसी पंचांग के अनुसार जिउतिया का पर्व छह अक्टूबर को है। वहीं कुछ जगहों पर सात को है।
शुक्रवार को व्रत करने वाली महिलाएं गुरुवार को नहाय-खाय करेंगी। इस दिन गंगा नदी में स्नान कर मडुआ की रोटी, नोनी का साग, कंदा, झिंगी, करमी का साग ग्रहण करने के बाद शुक्रवार को निर्जला व्रत कर शनिवार को सूर्योदय के बाद पारण करेंगी।
ज्योतिष आचार्य पीके युग ने पंचांगों के हवाले से बताया कि उदया तिथि को लेकर संशय है। सात अक्टूबर को नवमी तिथि का प्रवेश हो रहा है। उदया तिथि को मानने वाली महिलाएं शनिवार को व्रत रख सकती हैं, परंतु शास्त्रमत के अनुसार छह को मनानी चाहिए। वहीं ज्योतिष आचार्य पंडित राकेश झा ने महावीर पंचांग के हवाले से बताया कि शुक्रवार को अष्टमी तिथि सुबह 9.25 से आरंभ होकर शनिवार सात अक्टूबर की सुबह 10.21 बजे तक रहेगी।
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व्रती शनिवार को इस समय करेंगी पारण
वहीं मिथिला के विवि पंचांग के मुताबिक अष्टमी तिथि छह अक्टूबर की सुबह 9.35 बजे से आरंभ होकर सात अक्टूबर की सुबह 10.32 बजे तक है। शनिवार अष्टमी तिथि के समाप्ति के बाद व्रती सुबह 10.32 बजे के बाद पारण करेंगी। शुक्रवार को सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बना रहेगा। व्रती कुश से जीमूतवाहन की मूर्ति बनाकर पूजा अर्चना करेंगी।
पर्व को देखते उपयोग में होने वाली सब्जियों के बढ़े दाम
जिउतिया पर्व पर उपयोग में आने वाली परंपरागत सब्जियों के तेवर तल्ख हो गए हैं। झिंगनी अर्थात सतपुतिया, नोनिया साग, पोए का पत्ता, करैला, कंदा व कुशी केराव समेत अन्य सामग्री की मांग संकल्प व्रत को लेकर बढ़ गयी है। इनकी कीमतें दस रुपये किलो तक बढ़ गयी हैं।
गुलजारबाग हाट में सब्जी कारोबारी सुरेश केवट ने बताया कि झिंगनी की आवक बाढ़, पंडारक, ताजपुर, दलसिंह सराय, भगवानपुर, जल्ला समेत अन्य जगह से, कंदा हिलसा व गया से, नोनिया व पोई साग की आवक जल्ला के गांव से हो रही है। खपत को देखते हुए इन सामग्रियों की आवक बाजार में बढ़ी है। इस वजह से कीमतें में ज्यादा तेजी की उम्मीद नहीं है।

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