बयान देकर अपनों से ही घिरे जीतन राम मांझी; BJP और JDU ने जताई आपत्ति, अब क्या करेंगे केंद्रीय मंत्री?
बिहार के नेता जीतन राम मांझी अपने एक बयान के कारण विवादों में घिर गए हैं। उनके बयान पर बीजेपी और जेडीयू ने आपत्ति जताई है, जिससे राजनीतिक माहौल गरमा ग ...और पढ़ें

गया में आयोजित एक कार्यक्रम में जीतन राम मांझी। एक्स
राज्य ब्यूरो, पटना। Jitan Ram Manjhi: विधायकों-सांसदों को योजना में कमीशन लेने की सलाह देकर केंद्रीय मंत्री एवं हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (H) के संस्थापक जीतनराम मांझी फिर विवादों में आ गए हैं।
भाजपा और जदयू ने उनकी टिप्पणी पर असहमति जाहिर की है। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं उद्योग मंत्री डाॅ. दिलीप जायसवाल ने कहा-मैं उनसे बात करूंगा। वैसे भी मीडिया उनकी बातों को नमक-मिर्च लगाकर परोस देता है।
मैं नहीं मानता हूं कि सांसद और विधायक विकास योजनाओं की अनुशंसा के एवज में कमीशन लेते हैं। मांझी ने कमीशन लेने की सलाह एक दिन पहले रविवार को गयाजी में आयोजित पार्टी विधायकों के अभिनंदन समारोह में दी थी।
मांझी ने कही थी कमीशन लेने की बात
कहा था कि हम भी पार्टी फंड के रूप में कमीशन लेते हैं। उसे पार्टी पर खर्च करते हैं। इस काम के लिए कुछ कमीशन लेने में कोई बुराई नहीं है। क्योंकि सभी सांसद-विधायक ऐसा करते हैं।
डाॅ. जायसवाल ने कहा कि उनसे मांझी की जब कभी मुलाकात होगी, उनसे पांच प्रतिशत कमीशन का राज जरूर पूछेंगे। जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान परिषद के सदस्य नीरज कुमार ने कहा कि विकास योजनाओं में सांसद-विधायक के कमीशन लेने की संभावना नहीं है।
क्योंकि हमलोग केवल योजनाओं की अनुशंसा करते हैं। बाकी काम सरकारी एजेंसियां ही करती हैं। नीरज ने कहा कि मांझी अपनी बात कह रहे थे। इसे सभी विधायकों-सांसदों पर लागू नहीं किया सकता है।
असल में मांझी जिस समारोह को संबोधित कर रहे थे, उसमें अपेक्षा से कम भीड़ जुटी थी। वे अपने समर्थकों को अधिक भीड़ जुटाने की तरकीब बता रहे थे।
मांझी के बयान पर राजद ने सरकार पर हमला बोला है। आरोप लगाया है कि डबल इंजन की सरकार में दिल्ली से पटना तक भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी व्याप्त है।
बहरहाल मांझी की प्रेशर पॉलिटिक्स के चक्कर में कमीशन वाला बयान सुर्खियों में बना हुआ है।

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