'नीतीश कुमार क्रेडिटखोर', किस बात पर तिलमिला उठे CM साहब के पुराने दोस्त, गुस्से में कह डाली ये बातें
जीतन राम मांझी ने नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिए जाने के फैसले पर नीतीश कुमार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि यह फैसला उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए लिया था लेकिन बाद में नीतीश कुमार ने इसे गलत बताकर रद्द कर दिया। अब एक बार फिर CM ने बता दिया कि मेरा हर फैसला राज्यहित में था। मांझी ने सीएम को क्रेडिटखोर भी कहा।

डिजिटल डेस्क, पटना। Jitan Ram Manjhi On Nitish Kumar बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सीएम नीतीश कुमार को 'क्रेडिटखोर' बताया है। उन्होंने नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिए जाने के फैसले पर बिहार सीएम को आड़े हाथों लिया है। जीतन राम मांझी का कहना है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान ही नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने का फैसला कर लिया था, लेकिन बाद में नीतीश कुमार ने उस फैसले को रद्द कर दिया था।
बता दें कि मंगलवार को नीतीश कैबिनेट की पटना में बैठक हुई। बैठक में 29 एजेंडों पर मुहर लगी। इनमें सबसे मुख्य रहा निजोयिज शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने का फैसला। नियोजित शिक्षक (Niyojit Shikshak) लंबे समय से राज्यकर्मी के दर्जे की मांग कर रहे थे और अब चुनाव से ठीक पहले नीतीश कुमार ने यह फैसला किया है। ऐसे में माना जा रहा है कि इसका असर चुनाव में देखने को मिलेगा।
नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने का फैसला तो मैंने अपनी सरकार में ही ले लिया था पर उस वक्त नीतीश कुमार ने उस फैसले को गलत बताकर रद्द कर दिया था।
नियोजित शिक्षको को राज्यकर्मी का दर्जा देकर आज एक बार फिर CM ने बता दिया कि मेरा हर फैसला राज्यहित में था।
“क्रेडिटखोर” CM
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) December 26, 2023
'नीतीश कुमार को बताया क्रेडिटखोर सीएम'
वहीं, जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार को क्रेडिटखोर सीएम बता दिया है। जीतन राम मांझी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने का फैसला तो मैंने अपनी सरकार में ही ले लिया था पर उस वक्त नीतीश कुमार ने उस फैसले को गलत बताकर रद्द कर दिया था।"
मांझी ने आगे लिखा, "नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देकर आज एक बार फिर CM ने बता दिया कि मेरा हर फैसला राज्यहित में था। क्रेडिटखोर CM।"
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