पटना-रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस को डिरेल करने की थी साजिश, बदमाशों की पहचान कर छापेमारी शुरू
पटना-रांची जन शताब्दी एक्सप्रेस को हादसे का शिकार बनाने की साजिश रचने वालों की पहचान हो गई है। इस ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त करने के लिए कुछ लोगों ने रेलवे ट्रैक पर एस्बेस्टस शीट रख दी थी। मामले में दो लोगों पर नामजद प्राथमिकी हुई है।

जहानाबाद, जागरण संवाददाता। Indian Railway News: पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर रेल मंडल में पटना-रांची जन शताब्दी एक्सप्रेस को हादसे का शिकार बनाने की साजिश रचने वालों की पहचान हो गई है। इस ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त करने के लिए कुछ लोगों ने रेलवे ट्रैक पर एस्बेस्टस शीट रख दी थी। इसके साथ ही रेल ट्रैक में लगी कई चाबियां भी निकाल ली थीं। इतना सब कुछ करने के बाद भी ट्रेन सही-सलामत आगे निकल गई तो बदमाशों ने ट्रेन पर रोड़े चलाने शुरू कर दिए, जिससे कई डिब्बों के शीशे फूट गए और कुछ यात्री भी घायल हो गए थे। रेलवे ने इस मामले में बदमाशों की पहचान कर ली है। ट्रेन पर रोड़ेबाजी करने वाले स्थानीय युवक ही थे। इनमें दो के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। आरपीएफ सभी बदमाशों की तलाश में जुट गई है।
जहानाबाद से गया के बीच ट्रेन पर चलाए गए थे पत्थर
जहानाबाद से गया के बीच नेयाजीपुर हाल्ट के समीप रविवार को ट्रेन पर पथराव किए जाने के मामले में पीडब्ल्यूआइ के वरीय प्रशाखा अभियंता शंभू प्रसाद के बयान पर दो नामजद तथा 10-12 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। आरपीएफ के सब इंसपेक्टर मनीष कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी को छापेमारी प्रारंभ कर दी गई है।
10-12 अज्ञात लोगों को भी बनाया गया है आरोपित
उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में पास के सलेमपुर तथा अन्य गावों के मंटू कुमार व मन्नू कुमार के अलावा 10-12 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। रविवार को नेयाजीपुर हाल्ट के समीप एक दर्जन युवकों ने रेल पटरी पर शेड का करकट बिछा दिया था और आधा दर्जन से अधिक पटरी की चाबी खोल ले गए थे। इन लोगों ने ट्रेन पर पत्थराव भी किया जिस कारण एसी बोगी के शीशे फूट गए और कुछ यात्री घायल हुए। घटना के बाद पहुंचे पीडब्ल्यूआइ के कर्मचारियों ने पटरी की मरम्मत की।
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