Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चंद्रशेखर के 'तेजस्वी बिहार' ट्वीट पर JDU का जवाब- शिक्षित कुमार; शिक्षित बिहार, डिप्टी CM बोले- अच्छी बात

    By Arun AsheshEdited By: Yogesh Sahu
    Updated: Tue, 17 Jan 2023 08:40 PM (IST)

    जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार के शिक्षित कुमार शिक्षित बिहार के ट्वीट के साथ बिहार में ट्वीट युद्ध छिड़ गया है। शिक्षा मंत्री ने तेजस्वी बिहार का ट्वीट कर इसे हवा दी थी। अब यह नया विवाद आगे बढ़ रहा है। इसे महागठबंधन के समीकरणों से जोड़कर देखा जा रहा है।

    Hero Image
    चंद्रशेखर के 'तेजस्वी बिहार' वाले ट्वीट पर विवाद, जदयू प्रवक्ता का जवाब- शिक्षित कुमार, शिक्षित बिहार

    राज्य ब्यूरो, पटना। महागठबंधन में सब एकजुट हैं के बार-बार होने वाले उद्घोष के बीच राजद और जदयू के बीच जबरदस्त ट्वीट युद्ध  छिड़ गया है। संयोग से इसके सूत्रधार भी शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ही हैं, रामचरितमानस पर जिनकी टिप्पणी को लेकर महागठबंधन में घमासान है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शिक्षा मंत्री ने सोमवार को ट्वीट किया था- शिक्षित बिहार, तेजस्वी बिहार। जदयू ने इस ट्वीट को दिल पर ले लिया है। इसके जवाब में जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने मंगलवार को ताबड़तोड़ तीन ट्वीट कर डाले। इनमें आंकड़ों के माध्यम से यह बताने की कोशिश की गई है कि राजद शासनकाल में शिक्षा की हालत बेहद खराब थी।

    वहीं, नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनते ही इसमें भारी सुधार हुआ है। अब कई मोर्चे पर यह राष्ट्रीय औसत से ऊपर है। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने अपने पहले ट्वीट में लिखा- ट्विटर नहीं, काम की सरकार। शिक्षित कुमार, शिक्षित बिहार। इसमें ग्राफिक के माध्यम से शिक्षा के बजट में बढ़ोतरी का आंकड़ा दिया है।

    इसके मुताबिक 2004 (राजद शासन काल में) शिक्षा पर कुल बजट का 3.74 प्रतिशत खर्च होता था। वित्तीय वर्ष 2022-23 में यह 19.3 प्रतिशत पर पहुंच गया है। दूसरे ट्वीट में शिक्षक छात्र अनुपात की चर्चा है। 1996 में यह 1:90 और 2005 में 1:1222 था। 2015-16 में 1:36 पर आ गया। 2005 में यह राष्ट्रीय अनुपात 1:40 था।

    नीरज ने तीसरे ट्वीट में उच्च शिक्षा के लिए पंजीकरण कराने वाले छात्रों का अनुपात दिया है। यह 2005 में राष्ट्रीय स्तर पर 12 प्रतिशत और बिहार में छह प्रतिशत था। 2020-21 में यह बिहार में 19 प्रतिशत से अधिक हो गया। नीरज ने हरेक ट्वीट में ट्विटर नहीं, काम की सरकार का स्लाेगन दिया है। यह उल्लेखनीय है कि राजद के विपक्ष में रहने के दौरान नीरज अपने ट्वीट में तेजस्वी को ट्विटर बबुआ लिखा करते थे।

    तेजस्वी बोले- इसमें बुराई क्या है?

    जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार के ट्वीट पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बड़ी सधी प्रतिक्रिया दी है- इसमें बुराई क्या है। अच्छी बात है। हम लोग नीतीश के नेतृत्व में काम कर रहे हैं। बिहार का विकास हो रहा है। बयानवीरों का कोई मतलब नहीं है। इनके साथ कौन है। राज्य की जनता नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के साथ है।

    उन्होंने कहा कि 2015 में इन्हीं दोनों के मेल से महागठबंधन बना था। सरकार बनी थी। बीच में हम लोग अलग हो गए। अब फिर एक हो गए हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार राज्य के विकास के लिए काम कर रही है। कहीं कोई टकराव नहीं है।

    तेजस्वी ने रामचरितमानस और ट्विटर विवाद पर कहा- सब बेकार की बात है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि एक ही बात... कितनी बार चर्चा कीजिएगा। सवाल था कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे को बिहार में डर लगाता है। कह रहे हैं कि उनकी जान पर खतरा है।

    तेजस्वी ने जवाब दिया कि 17 साल से कैसे रह रहे थे। अभी दिल्ली में कैसे रह रहे हैं। एनसीआरबी का आंकड़ा बता रहा है कि दिल्ली में बिहार से अधिक अपराध है। अपराध के मामले में बिहार 22वें पायदान पर है। भाजपा के पास कोई एजेंडा नहीं है।