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    Bihar Politics: 'कांग्रेस ने जनादेश की हत्या क्यों की थी', संजय झा का राहुल गांधी से तीखा सवाल

    Updated: Mon, 18 Aug 2025 07:37 PM (IST)

    जदयू नेता संजय झा ने कांग्रेस पर 2005 में बिहार में जनादेश की हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उस समय राष्ट्रपति शासन लगाकर जनता के फैसले का अपमान किया था। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या कांग्रेस इसके लिए बिहार की जनता से माफी मांगेगी। झा ने नीतीश कुमार की न्याय यात्रा को भी याद किया जो कांग्रेस के इस कदम के खिलाफ थी।

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    'कांग्रेस ने जनादेश की हत्या क्यों की थी', संजय झा का राहुल गांधी से तीखा सवाल

    राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य संजय झा ने सोमवार को अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि इस समय जो लोग संविधान की किताब लेकर बिहार में घूम रहे हैं क्या वे प्रदेश की जनता को बताएंगे कि कांग्रेस ने संविधान को ताक पर रखकर जनादेश की हत्या क्यों की थी? इसके लिए वह बिहार की जनता तथा अभूतपूर्व विधायकों से माफी मांगेंगे?

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    फरवरी 2005 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में जनता ने जब जंगलराज के संस्थापक राजद और कांग्रेस को बहुमत से दूर कर दिया तब कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने जनादेश का गला घोंटकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया था। तत्कालीन राष्ट्रपति डा. कलाम रूस मे थे। उनसे फैक्स के जरिए आदेश पर हस्ताक्षर कराया गया।

    बिहार की जनता द्वारा चुने गए विधायकों को शपथ तक नहीं लेने दिया गया। विधानसभा को भंग कर दिया गया। इससे वे भूतपूर्व के बजाए अभूतपूर्व विधायक हो गए।

    संजय ने लिखा कि कांग्रेस द्वारा जनादेश की हत्या के खिलाफ नीतीश कुमार ने राज्य में न्याय यात्रा निकाली जनता-जनार्दन ने न्याय कर दिया। नवंबर 2005 मे हुए विधानसभा चुनाव के बाद बड़े बहुमत के साथ एन डीए की सरकार बनी। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू करने को असंवैधानिक कदम करार दिया, लेकिन तब तक नवंबर 2005 के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी, इसलिए 2005 के जनादेश को बहाल नहीं किया गया।

    अपने एक्स हैंडल पर संजय झा ने न्याय यात्रा की एक तस्वीर भी डाली है जिसमें नीतीश कुमार नाव से जाते दिखाया गया है।

    यह लिखा गया कि तब बिहार के हजारों गांवों में बरसात के दिनों में जाने के लिए नाव ही एकमात्र सहारा हुआ करती थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 20 वर्षों में राज्यभर में बड़े पैमाने पर सड़कों और पुल-पुलियों का निर्माण कराए जाीने से अूब वहां सालोङर लोग वाहन से पहुंच रहे।