काम की खबर: Plywood या लकड़ी खरीदनी हो तो अब ये चीज जरूर देखना, केंद्र सरकार का नया ऑर्डर हो गया लागू
Bihar News बिहार में अब शीशम सागवान और आम-कटहल जैसे नामों तक ही अच्छी लकड़ी की पहचान सीमित नहीं रहेगी। लकड़ी पर असली ISI मार्क होना अनिवार्य होगा। प्लाईवुड दरवाजे आलमारी मेज ब्लॉक बोर्ड सनमाइका फाइबर बोर्ड आदि पर ISI मार्क होगा। केंद्र सरकार ने इसके लिए ऑर्डर जारी कर दिया है। इसके लिए लाइसेंस लेने की समय सीमा भी खत्म हो गई है।

अक्षय पांडेय, पटना। अब गुणवत्तापूर्ण लकड़ी की पहचान शीशम, सागवान (सागौन), सखुआ और आम-कटहल आदि तक सीमित नहीं रह जाएगी। लकड़ी पर आइएसआइ का असली वाला चिह्न अंकित करना होगा।
इस उद्योग से जुड़ी कंपनियों को ब्यूरो आफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआईएस) के प्रमाणन की जरूरत होगी। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से बड़े स्तर की कंपनियों को दी गई मोहलत गत 28 फरवरी को खत्म हो गई है।
इन पर होना चाहिए ISI का मार्क
- जनरल प्लाई, दरवाजा (फ्लश बोर्ड शटर), आलमारी, शटरिंग प्लाई, मरीन प्लाई (पानी में इस्तेमाल होने वाली लकड़ी), मेज, ब्लाक बोर्ड, एमडीएफ बोर्ड (लकड़ी के बुरादे से बनी), सनमाइका (लैमिनेटेड बोर्ड), फाइबर बोर्ड, डेकोरेटिव प्लाई बोर्ड और स्ट्रक्चरल प्लाई वुड आदि पर आइएसआइ चिह्न होगा।
- केंद्र सरकार ने मार्च 2024 को इस संबंध में पहला आदेश जारी किया था। बड़े स्तर की कंपनियों के लिए समय सीमा खत्म हो गई है।
- छोटे व्यापारियों को 28 मई 2025, तो मझले के लिए 28 अगस्त 2025 का समय दिया गया है। इस बीच में इन्हें लाइसेंस ले लेना होगा।
बिहार में बस 40 कंपनियों के पास लाइसेंस
पटना बीआईएस के निदेशक व प्रमुख एसके गुप्ता ने बताया कि केंद्र सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा 'प्लाईवुड और लकड़ी के फ्लश डोर शटर गुणवत्ता आदेश-2024' को लागू किया गया है। बिहार में कई इंडस्ट्री प्लाईवुड बना रही हैं।
इनमें 40 कंपनियों ने ही लाइसेंस लिया है। 80 से 90 प्रतिशत के पास लाइसेंस नहीं है। जबकि बीआईएस के स्टैंडर्ड हर तरह की लकड़ी पर लागू हैं।
पहली बार नियम उल्लंघन करते पाए जाने पर दो लाख रुपये जुर्माना और दूसरी बार में उत्पाद मात्रा के पांच गुने जुर्माने का प्रविधान है।
कारखानों में दी जा रही सर्टिफिकेशन की जानकारी
हम राज्य के विभिन्न कारखानों में जाकर बीआईएस सर्टिफिकेशन की जानकारी निर्माताओं एवं कर्मचारियों को दे रहे हैं। इसका लाभ यह होगा कि कर्मचारियों को पता होगा कि वह किस स्टैंडर्ड के लिए काम कर रहे हैं। सीमेंट, स्टील प्लांट, सरिया, फ्लैक्स आदि के 10 कारखानों में जाकर अभियान चलाया जा चुका है। कर्मचारी जागरूक होंगे तो बाजार में गुणवत्तापूर्ण सामग्री मिलेगी। - एसके गुप्ता, निदेशक, बीआईएस पटना
लकड़ी खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें
यदि अपने घर में लगने वाले दरवाजे और खिड़की या दूसरे फर्नीचर के लिए लकड़ी खरीदने (How To Buy Furniture, Wood, Plywood) जा रहे हैं तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें।
- मार्केट में लाइसेंसधारी कारोबारी से ही लकड़ी खरीदें।
- गुणवत्ता की जांच के लिए आईएसआई मार्क अवश्य देख लें।
- आप लकड़ी खरीदने से पहले दाम पूछकर मोलभाव भी कर सकते हैं।
लकड़ी के प्रकार समझ लें
- लकड़ियों अलग-अलग प्रकार की होती हैं। इनके गुण अलग-अलग होते हैं। जैसे कि कुछ मजबूत तो कुछ हल्की और लचीली होती हैं। अपनी जरूरत के हिसाब से लकड़ी चुनें।
- किस लकड़ी से फर्नीचर बनता है, यह भी जान लेना चाहिए। जैसे पीपल, बड़ जैसे पेड़ों की लकड़ियों को फर्नीचर के लिए अच्छा नहीं माना जाता है।
लकड़ी की गुणवत्ता कैसी हो
- लकड़ी में दरारें, गांठें या कीड़े नहीं हों।
- लकड़ी सूखी और अच्छी तरह से संसाधित (Processed) हो।
- फर्नीचर को अच्छी तरह जांच लें।
लकड़ी में नमी या आर्द्रता कितनी हो?
लकड़ी में नमी की मात्रा कम हो, क्योंकि अधिक नमी से लकड़ी सिकुड़ सकती है या टेढ़ी हो सकती है। इससे बने फर्नीचर में समय के साथ दरारें भी पड़ सकती हैं। यह ध्यान रखना जरूरी है कि किस काम के लिए आप लकड़ी खरीद रहे हैं।
कीमत, वजन और रंग पर दें ध्यान
लकड़ी की कीमत उसकी गुणवत्ता और प्रकार के आधार पर तय होती है। मजबूती जांचने के लिए उसके वजन पर ध्यान दें। लकड़ी पूरी तरह से काली नहीं होनी चाहिए।
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