बिहार में रुक-रुककर बारिश: मधुबनी में भुतही बलान में बाढ़, कमला खतरे के निशान के पास
बूढ़ी गंडक खगड़िया एनएच-31 ब्रिज (अघोरी स्थान) के पास खतरे के निशान (36.60 मीटर) से मात्र चार सेंटीमीटर नीचे है। 24 घंटे के दौरान गंगा के जलस्तर में 36 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। वहीं आंधी-पानी के दौरान वज्रपात की चपेट में आने से समस्तीपुर में दो तथा बांका कटिहार व दरभंगा जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।

जागरण टीम, पटना। राज्य में शनिवार की रात से रुक-रुककर हो रही बारिश के चलते नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। बाढ़ की स्थिति बन रही है। मधुबनी में भुतही बलान नदी में बाढ़ आ गई है। खगड़िया में गंगा रविवार को खतरे के निशान को पार कर गई है। गंगा यहां खतरे के निशान (34.07 मीटर) से छह सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।
बूढ़ी गंडक खगड़िया एनएच-31 ब्रिज (अघोरी स्थान) के पास खतरे के निशान (36.60 मीटर) से मात्र चार सेंटीमीटर नीचे है। 24 घंटे के दौरान गंगा के जलस्तर में 36 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। वहीं, आंधी-पानी के दौरान वज्रपात की चपेट में आने से समस्तीपुर में दो तथा बांका, कटिहार व दरभंगा जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।
मधुबनी जिले में गोरगामा से परसा जाने वाले सड़क में बने डायवर्सन पर दो फुट पानी बह रहा है। नदी खतरे के निशान 69.5 मीटर से 68.9 मीटर पर बह रही है। दूसरी ओर, नेपाल के तराई क्षेत्रों में शनिवार की रात से लगातार बारिश के कारण जिले में कमला नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। पानी के दबाव को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने नदी पुल के सभी सातों फाटक को खोल दिया है। कमला नदी खतरे के निशान 68.65 मीटर पर बह रही है।
तटबंध के भीतर बसे आधा दर्जन से अधिक गांवों के लोग प्रभावित होंगे। पश्चिम चंपारण में गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है, हालांकि अभी बाढ़ जैसे हालात नहीं हैं। सीतामढ़ी, शिवहर में बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। बागमती नदी ढेंग घाट पर खतरे के निशान 71 मीटर से 85 सेमी नीचे ही रह गई है। शिवहर में बागमती खतरे के निशान 60.77 मीटर से 51 सेंटीमीटर नीचे है। जलस्तर बढ़ रहा है। समस्तीपुर में गंगा नदी खतरे के निशान 45.50 मीटर से 1.03 मीटर ऊपर बह रही है।
उधर, खगड़िया जिले में बूढ़ी गंडक भी लगभग डेढ़ सेंटीमीटर प्रतिघंटे के हिसाब से बढ़ रही है। बढ़ते जलस्तर के बीच बाढ़ नियंत्रण विभाग अलर्ट मोड में है। कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है। सहरसा में महिषी प्रखंड के बघोर में कोसी तेजी से कटाव कर रही है।
जमुई के सदर प्रखंड के भगवाना गांव में वर्षा का पानी घुस आने महादलित बस्ती के एक दर्जन से अधिक घर ध्वस्त हो गए। लोग सड़कों पर रह रहे हैं। सुपौल में कोसी नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र एवं समतल क्षेत्र में लगातार जारी बारिश से कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है।
रविवार को नदी का जलस्राव बराहक्षेत्र में 1,32,500 क्यूसेक बढ़ते क्रम में एवं कोसी बराज पर 1,66,945 क्यूसेक बढ़ते क्रम तक जा पहुंचा। इसे कोसी बराज के 26 गेट को उठाते हुए डाउन स्ट्रीम में पास आउट कराया जा रहा है। मुख्य अभियंता बाढ़ नियंत्रण वीरपुर ई. वरुण कुमार ने बताया कि बांध और स्पर पर कहीं कोई दबाव नहीं है।
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