Indian Railways : पटना से दिल्ली को पहली बार 130 किमी की गति से गुजरी राजधानी एक्सप्रेस
Indian Railways इस रेलवे ट्रैक पर पहली ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन एक सितंबर से 130 किमी प्रति घंटा की गति से गुजरी। अब सभी प्रमुख ट्रेनों की गति बढ़ा दी जाएगी।
पटना, जेएनएन। Indian Railways : राजधानी एक्सप्रेस राजेंद्र नगर टर्मिनल से नई दिल्ली के लिए मंगलवार को पहली बार 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी। पटना से दिल्ली जाने वाली 12309 राजधानी एक्सप्रेस मंगलवार से पटना जंक्शन से पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन तक 130 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली पहली ट्रेन बन गई। अब राजधानी एक्सप्रेस से पटना से दिल्ली की दूरी कम समय में तय किया जा सकेगा।
अब सभी ट्रेनों की गति बढ़ा दी जाएगी
दानापुर मंडल रेल प्रबंधक (DRM) सुनील कुमार ने बताया, झाझा से पीडीडीयू तक नया रेलवे ट्रैक बिछाया गया है। सारे कॉशन दूर कर लिए गए हैं। पुलों के पुराने जर्जर गॉर्डर को बदलकर नया लगाया गया है। दानापुर व किउल में आरआरआइ (रूट रिले इंटरलॉकिंग) का काम पूरा हो गया है। इससे इस रेलखंड पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ गई है। ट्रेनों की गति 110 किमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 130 किमी प्रति घंटा कर दी गई है। इस रेलवे ट्रैक पर पहली ट्रेन राजधान एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन एक सितंबर से के 130 किमी प्रति घंटा की गति से गुजरी। अब सभी प्रमुख ट्रेनों की गति बढ़ा दी जाएगी। बता दें कि पिछले दिनों झाझा-पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन रेलखंड पर सफलतापूर्वक 130 किमी प्रति घंटे की गति के साथ ट्रायल किया गया था।
दो घंटे कम लगेगा समय, सुविधा भी शानदार
सुनील कुमार ने बताया कि पटना से मुगलसराय के बीच रेलवे ट्रैक को पूरी तरह बदल दिया गया है। इस रेलखंड पर ट्रेनें 160 किमी प्रति घंटे की गति से चल सकेंगी। अब पटना से दिल्ली जाने में अब दो घंटे कम समय लगेगा। उन्होंने कहा कि पूर्व मध्य रेल के सभी स्टेशनों की साफ-सफाई ही नहीं यात्री सुविधाओं पर रेलवे की ओर से विशेष ध्यान दिया जाएगा। ट्रेनों के परिचालन में संरक्षा से खिलवाड़ पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों पर बुजुर्ग व दिव्यांग यात्रियों की सुविधा को एस्केलेटर अथवा लिफ्ट लगाई जा रही हैं। शुद्ध पेयजल सस्ते दर पर मुहैया कराया जा रहा है। पहले जहां पॉवर कार लगाकर ट्रेनों के एसी व पंखे चलाए जाते थे। अब इसे नई तकनीक एचओजी के जरिये सीधे इंजन से बिजली की आपूर्ति लेकर चलाया जा रहा है। इससे लाखों लीटर डीजल की बचत हो रही है।