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    Chhath Puja 2025: छठ पर्व में पीरियड्स रोकने वाली दवाओं की डिमांड बढ़ी, डॉक्टरों ने किया अलर्ट

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 07:43 PM (IST)

    छठ पर्व के दौरान पटना में पीरियड्स रोकने वाली दवाओं की बिक्री बढ़ गई है। महिलाएं व्रत में बाधा से बचने के लिए बिना डॉक्टरी सलाह के इन दवाओं का सेवन कर रही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इन दवाओं के गलत इस्तेमाल से हार्मोनल असंतुलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। उन्होंने महिलाओं को स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और डॉक्टर से सलाह लेने की सलाह दी है।

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    छठ पर्व में पीरियड्स रोकने वाली दवाओं की डिमांड बढ़ी, डॉक्टरों ने किया अलर्ट

    जागरण संवाददाता, पटना। छठ महापर्व के अवसर पर श्रद्धालुओं में व्रत और स्नान के प्रति गहरी आस्था देखी जाती है। इसी बीच, शहर के कई मेडिकल स्टोरों में इन दिनों मासिक धर्म (पीरियड) रोकने की दवाओं की बिक्री में अचानक बढ़ोतरी देखी जा रही है। खासकर महिलाएं व्रत में बाधा न आए, इस कारण डॉक्टर की सलाह के बिना ही इन दवाओं का सेवन कर रही हैं।

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    राजधानी के कई दवा दुकानदारों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में पीरियड रोकने वाली गोलियों की मांग दोगुनी हो गई है। महिलाएं बिना प्रिस्क्रिप्शन के दवा मांग रही हैं, जबकि इन दवाओं का प्रयोग सीमित और चिकित्सकीय परामर्श में ही सुरक्षित माना जाता है।

    अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), पटना के वरीय स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. संगम झा ने बताया कि मासिक धर्म रोकने की दवाओं का बार-बार या गलत तरीके से सेवन करने से हार्मोनल असंतुलन, अनियमित माहवारी, वजन बढ़ना, त्वचा संबंधी समस्याएं, यहां तक कि गर्भधारण में कठिनाई जैसी परेशानियां हो सकती हैं।

    उन्होंने कहा कि यदि किसी धार्मिक कारण या यात्रा आदि के लिए मासिक चक्र को आगे-पीछे करना आवश्यक हो, तो पहले डॉक्टर से सलाह लेकर सही दवा और मात्रा का निर्धारण किया जाना चाहिए।

    उन्होंने कहा कि हर महिला का शरीर अलग प्रतिक्रिया देता है। कुछ को हल्का सिरदर्द, चक्कर या मिचली जैसी समस्या हो सकती है, जबकि कुछ को गंभीर साइड इफेक्ट का सामना करना पड़ सकता है।

    उन्होंने महिलाओं से अपील की कि धार्मिक आस्था महत्वपूर्ण है, परंतु स्वास्थ्य उससे भी अधिक आवश्यक है।

    उन्होंने कहा कि लिवर की परेशानी हो तो बगैर डॉक्टर के सलाह के दवा एकदम नहीं लें, यदि लेते हैं तो लिवर टॉक्सिक हो सकता है। जो काफी गंभीर परिणाम दे सकता है। इसके अतिरिक्त पीडियड अनियमित सहित कई अन्य परेशानियां भी हो सकती है।